घर बैठे साधारण सी किट से प्रेग्‍नेंसी का पता लगाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि टेस्‍ट सही समय पर किया जाए समय से पहले नहीं। ....

असल में महिला के यूरिन में मौजूद एक हॉर्मोन HCG की मौजूदगी से पता चलता है कि महिला गर्भवती है या नहीं। यह हॉर्मोन तभी शरीर में पैदा होता है जब निषेचित अंडाणु गर्भाशय की दीवार से खुद को जोड़ लेता है।

पीरियड्स मिस होने के एक हफ्ते बाद

जब महिला अपने पीरियड्स तय समय पर मिस कर जाए उसके एक हफ्ते बाद प्रेग्‍नेंसी टेस्‍ट किया जाना चाहिए। इस समय तक शरीर में HCG की इतनी मात्रा होती है कि उसे यूरिन के जरिए किए जाने वाले टेस्‍ट से जांचा जा सकता है।

सेक्‍स के कम से कम दो हफ्तों बाद

अगर आप इससे भी पहले जांचना चाहती हैं तो सेक्‍स के कम से कम दो हफ्तों बाद यह टेस्‍ट किया जाना चाहिए। इसके अलावा सुबह जब आप पहली बार यूरिन करने जाएं उसमें HCG की मात्रा सबसे ज्‍यादा होती है इसलिए इसी से प्रेग्‍नेंसी टेस्‍ट करना चाहिए।

टेस्‍ट के अलावा कुछ ऐसे लक्षण भी हैं जिनके आधार पर प्रेग्‍नेंसी का अंदाजा लगाया जा सकता है। ध्‍यान रहे कि ये किसी मेडिकल टेस्‍ट के विकल्‍प नहीं हैं, इसलिए पूरी तरह आश्‍वस्‍त टेस्‍ट के बाद ही हुआ जा सकता है। ये लक्षण हैं:

ये लक्षण हैं:

1. आप पीरियड मिस कर जाएं। 2. पेट में पीरियड की तरह ऐंठन हो पर पीरियड शुरू न हो। 3. कुछ अजीब सा लगने लगे जैसे जी व गैरह मिचलाने लगे, खाने में अरुचि हो, थकान होने लगे।

Pregnancy Test कैसे करे ?

आज कल Medicle Stores पर Pregnancy Test Kits मिल जाती है । जिसमे आप अपने पेशाब की बुँदे डाल के आसानी से अपना Pregnancy Test कर सकती हो।

Pregnancy Pillow कब इस्तेमाल करना चाहिए ?

ज्यादातर विशेषज्ञ लगभग 20 सप्ताह  होने पर शुरू करने की सलाह देते हैं, जब माताओं को कुछ वजन बढ़ने और मिडसेक्शन के विस्तार का अनुभव होने लगता है। जो लिंगामेंट्स पर अतिरिक्त दबाव बढ़ने लगता है। Pregnancy Pillow से अपने बढ़ते पेट को सहारा देना उतना ही आसान है, साथ ही बगल से काठ और पीठ को सहारा देना, जो निश्चित रूप से अंतिम तिमाही में बहुत मदद करता है, साथ ही आपको सोने में भी मदद करता है।