क्या है इस पोस्ट में ?
National Investigation Agency kya hai | एनआईए का फुल फॉर्म क्या है | NIA का क्या मतलब होता है ? NIA की पूरी जानकारी | राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण | National Investigation Agency Act, 2008 – India Code | The National Investigation Agency (Amendment) Bill, 2019 | national investigation agency act 2008 pdf | NIA act 2008 upsc
हेलो दोस्तों, भारत एक दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है यहां पर सभी धर्मों के मानने वाले लोग रहते हैं। हाल के दिनों में जब हनुमान जयंती पर हिंदुओं का जुलूस निकला तो दिल्ली के जहांगीरपुरी में जुलूस के ऊपर पथराव हुआ और पथराव होने के कारण जुलूस का स्वरूप दंगा के रूप में प्रविधि हो गया। जिसके चलते कई लोग घायल हो गए और जुलूस में आए हुए लोगों के साथ मारपीट की गई जिसके कारण दिल्ली का जहांगीरपुरी इलाका पूरी तरह से दंगा की चपेट में आ गया।
इसके बाद केंद्र सरकार ने जहांगीरपुरी दंगे की NIA जांच करवाने की घोषणा की आप दोस्तों आपके मन में सवाल आता होगा कि आखिर में है एनआईए होता क्या है? इसका पूरा नाम क्या है और इसके कार्य क्या है इसकी स्थापना कब हुई। अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि पोस्ट को आखिर तक पढ़े आइए जाने-
NIA Full Form in Hindi
एनआईए का पूरा नाम National Investigation Agency होता है जिसे हिंदी में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी के नाम जाना जाता है।
एनआईए क्या है – National Investigation Agency kya hai
एनआईए एक प्रकार की खुफिया जांच एजेंसी है। जिसका प्रमुख काम आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े हुए मामलों की जांच करना है। इसके अलावा अगर भारत के किसी भी शहर में दंगे जैसी स्थिति होती है और उसमें आतंकवादियों का हाथ होता है तो उससे जुड़े मामलों की जांच एनआईए की टीम के द्वारा किया जाता है।
इसकी स्थापना 2008 में की गई थी जब भारत के मुंबई के ताज होटल में आतंकवादी हमला हुआ था। इस के बाद केंद्र सरकार ने आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और उससे जुड़े हुए केस की जांच के लिए 31 दिसंबर 2008 को NIA की स्थापना की थी। इस एजेंसी के सबसे बड़ी खासियत है कि इसे भारत के किसी भी राज्य में जाकर आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े हुए मामले की जांच करने का अधिकार है। उसके लिए उसे किसी भी राज्य सरकार से परमिशन लेने की आवश्यकता नहीं है। एनआईए गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है। अगर किसी व्यक्ति पर उसे किसी प्रकार का भी संदेह होता है तो उसे गिरफ्तार कर सकती है। आज की तारीख में एनआईए में कुल मिलाकर 650 के करीब कर्मचारी काम करते हैं।
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National Investigation Agency – NIA Details In Hindi
नाम | National Investigation Agency – NIA |
Type | आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े हुए मामलों की जांच एजेंसी |
मंत्रालय | गृह मंत्रालय के अधीन |
NIA कार्य | आतंकवादी गतिविधियों को रोकना |
NIA Email | info.nia@gov.in |
NIA Official Website | www.nia.gov.in |
NIA का महानिदेशक कौन है? NIA Chief of India
एनआईए के संस्थापक महानिदेशक राधा विनोद राजू थे, और उन्होंने 31 जनवरी 2010 तक सेवा की थी। आज की तारीख में इसके महानिदेशक का कुलदीप सिंह है जो एक आईपीएस पुलिस सेवा के अधिकारी है।
एनआईए हेड क्वार्टर और क्षेत्रीय ऑफिस भारत में कहां कहां है – NIA Offices List
एनआईए का हेड क्वार्टर नई दिल्ली में है और इसके क्षेत्रीय ऑफिस भारत के विभिन्न राज्यों में स्थापित है जिनका विवरण में आपको नीचे बिंदु अनुसार दूंगा जो इस प्रकार है-
- हैदराबाद
- गुवाहाटी
- .कोचि
- लखनऊ
- मुंबई
- कोलकाता
- रायपुर
- जम्मू
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NIA का vision क्या है – NIA Vision
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का लक्ष्य सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप एक का जांच एजेंसी का निर्माण करना। ताकि देश में आतंकवादी गतिविधियों को रोका जा सके और अगर कोई व्यक्ति आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है तो उसके बारे में सबूत इकट्ठा करना और उसको गिरफ्तार करना है। एनआईए का उद्देश्य उच्च प्रशिक्षित, साझेदारी उन्मुख कार्यबल के रूप में विकसित करके राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद और अन्य राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी जांच में उत्कृष्टता के मानकों को स्थापित करना है।
एनआईए का उद्देश्य मौजूदा और संभावित आतंकवादी समूहों/व्यक्तियों के लिए प्रतिरोध पैदा करना है। इसका प्रमुख देश भारत में आतंकवादी गतिविधियों को नष्ट करना और उसके प्रसार को रोकना है।

NIA में कौन काम करता है? Who works in NIA?
NIA में शामिल होने के लिए कठिन परिश्रम और मेहनत करने की आवश्यकता होती है। इसकी चयन प्रक्रिया काफी कठिन मानी जाती है। इसके अलावा सरकार के द्वारा एग्जाम के माध्यम से एनआईए अधिकारियों की नियुक्ति भारत में की जाती है। NIA में निचे दिए अफसर भर्ती किये जाते है :-
- भारतीय पुलिस सेवा
- राज्य पुलिस सेवा
- सीआरपीएफ (CRF)
- बीएसएफ (BSF)
- इंडो तिब्बत सीमा बल के जवान
NIA के प्रमुख का काम क्या है- NIA Main Works
NIA के प्रमुख काम निम्नलिखित प्रकार के हैं जिसका विवरण में आपको नीचे बिंदु अनुसार दूंगा जो इस प्रकार है
- आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच करना इसके अलावा आतंकवाद से किस प्रकार लड़ा जाएगा उसके लिए योजना और रणनीति बनाना।
- बाहर के देशों में आतंकवाद के मुद्दे से जुड़े हुए कानूनों का अध्ययन करते रहना अगर बाहर के देशों में आतंकवाद को लेकर जो कानून बनाए गए हैं उसमें कुछ अच्छी चीजें हैं तो उनके लिए सरकार को प्रस्ताव देना ताकि एनआईए के अधिकारियों को और भी ज्यादा अधिकार मिल सके।
- भारत की संप्रभुता, सुरक्षा, अखंडता और राज्य की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले अपराधियों को गिरफ्तार करना और उनके ऊपर मुकदमा चलाना।
- विदेशी राज्यों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ में अपने संबंध को मजबूत और मधुर करना है।
- अंतर्राष्ट्रीय संधियों, समझौतों, सम्मेलनों और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों, इसकी एजेंसियों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की संधियों को लागू करवाना।
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एनआईए में मोदी सरकार ने कौन से बदलाव किए? Modi government makes changes in NIA
संसद में एनआईए संशोधन बिल 2019 पास होने के बाद एनआईए को और अधिकार मिल गए हैं। भारत पर आतंकवादी हमले का ख़तरा बरक़रार है इसलिए यह ज़रूरी था। वहीं पार्टी कहती हैं कि लॉ एंड ऑर्डर राज्यों का विषय है और एनआईए उसमें दख़लअंदाज़ी कर रही है। एनआईए संशोधन बिल 2019 के ज़रिए तीन अहम बदलाव किए गए हैं:-
- राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी अब एटॉमिक एनर्जी एक्ट, 1962 और यूएपीए एक्ट 1967 के तहत अपराधों की जांच कर सकती है। इसके अलावा, यह मानव तस्करी, जाली नोट, प्रतिबंधित हथियारों के निर्माण और बिक्री, साइबर-आतंकवाद और एक्सप्लोसिव सबस्टैंस एक्ट, 1908 के तहत अपराधों की जांच करेगी। एनआईए अधिकारियों के पास अन्य पुलिस अधिकारियों के समान अधिकार होंगे, और यह पूरे देश में लागू होगा।
- इस अधिनियम के पारित होने के साथ, राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी को विदेशों में भी भारतीयों के खिलाफ अपराधों की जांच करने का अधिकार है।
- इस अधिनियम के पारित होने के बाद, मौजूदा अदालत को राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के विशेष न्यायालय का दर्जा दिया जा सकता है। इनमें जजों की नियुक्ति केंद्र सरकार उस राज्य के मुख्य न्यायाधीश के प्रस्ताव पर करेगी।
NIA के द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन – Terrorist organization banned by NIA
- खालिस्तान कमांडो फोर्स
- खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स
- इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन
- लश्कर-ए-तैयबा / पासबन-ए-अहले हदीस
- जैश-ए-मोहम्मद / तहरीक-ए-फुरकानी
- हरकत-उल-मुजाहिदीन या हरकत-उल-अंसार या हरकत-उल-जेहाद-ए-इस्लामी या अंसार-उल-उमाह (एयूयू)
- हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन / हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन पीर पंजाल रेजिमेंट
- अल-उमर-मुजाहिदीन
- जम्मू और कश्मीर इस्लामिक फ्रंट
- यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा)
- असम में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी)
- पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए)
- यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ)
- पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक (PREPAK)
- कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी
- मणिपुर पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (एमपीएलएफ)
- सभी त्रिपुरा टाइगर फोर्स
- नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा
- लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (LTTE)
- स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया
- दीनदर अंजुमन
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी)
- अल बद्री
- जमीयत-उल-मुजाहिदीन
- अल-कायदा/अल-कायदा (एक्यूआईएस)
- दुख्तारन-ए-मिल्लत (डीईएम)
- तमिलनाडु लिबरेशन आर्मी (TNLA)
- तमिल नेशनल रिट्रीवल ट्रूप्स (TNRT)
- अखिल भारत नेपाली एकता समाज (ABNES)
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) इसके सभी संगठन और प्रमुख संगठन।
- इंडियन मुजाहिदीन, इसके सभी फॉर्मेशन और फ्रंट ऑर्गनाइजेशन।
- गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (GNLA), इसके सभी फॉर्मेशन और फ्रंट ऑर्गनाइजेशन।
- कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन, इसके सभी फॉर्मेशन और फ्रंट ऑर्गनाइजेशन
- इस्लामिक स्टेट/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवेंट/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया/दाइश/इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस (ISKP)/ISIS विलायत खुरासान/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक
- एंड द शाम-खुरासन (ISIS-K) और इसकी सभी अभिव्यक्तियाँ .
- नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग) [एनएससीएन (के)], इसके सभी गठन और फ्रंट संगठन
- खालिस्तान लिबरेशन फोर्स और उसकी सभी अभिव्यक्तियों को आतंकवादी संगठन घोषित करना
- तहरीक-उल-मुजाहिदीन (TUM) और इसके सभी रूप
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NIA का क्षेत्राधिकार क्या है – Jurisdiction of NIA
- एनआईए भारत के किसी भी राज्य में आतंकवादी गतिविधियों की जांच करने के लिए जा सकती है उसके लिए उसे किसी भी राज्य सरकार से परमिशन लेने की आवश्यकता नहीं है
- एनआईए भारत के अलावा विदेशों में अगर किसी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियां भाग के खिलाफ रची जा रही है या उससे भारत को खतरा है तो उस देश में जाकर भी आतंकवादी गतिविधियों की जांच कर सकती है और उस देश के राष्ट्रीय जांच एजेंसी की मदद भी ले सकती है।
- NIA को भारत सरकार ऐसे मामलों की जांच करने के आदेश दे सकती है जो भारत में घटित हुए हैं मामलों की सुनवाई दिल्ली उच्च न्यायालय के द्वारा किया जाएगा।
NIA Power ACT List
एनआईए सरकार के द्वारा निम्नलिखित मामलों पर जांच और मुकदमा चलाने का अधिकार दिया गया है उसके लिए सरकार ने कुछ विशेष प्रकार के अधिनियम के तहत NIA को पावर दिया है उन अधिनियम के बारे में अगर आप नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है उसका विवरण मैं आपको नीचे दे रहा हूं जो इस प्रकार है-
- परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 (Atomic Energy Act, 1962)
- गैर-कानूनी गतिविधियाँ रोकथाम अधिनियम, 1967
- National Investigation Agency Act, 2008
- The National Investigation Agency (Amendment) Bill, 2019
NIA का रिकॉर्ड – Record of NIA
17 जुलाई को राज्यसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जे. किशन रेड्डी 2009 में राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी का गठन किया गया था। रेड्डी ने कहा, “2009 से 2014 तक कांग्रेस की सरकार थी और इस दौरान राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी ने 80 मामले दर्ज किए। इन 38 मामलों में से 33 मामलों में फैसला सुनाया गया और सजा की दर 80 फीसदी थी।
मई 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से, राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी ने अब तक 195 मामले दर्ज किए हैं और उनमें से 15 का समाधान किया गया है और सबमें सज़ा हुई, 100 फ़ीसदी कन्विक्शन रेट रहा।
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NIA की जांच पर राजनीतिक दबाव? Political pressure on NIA Investigation
कई विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकवादी हमलों में राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी की भूमिका, जिसमें हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों के नाम सामने आए थे, पर सवाल उठाया गया था।
2004 और 2008 के बीच 7 बम विस्फोट किए गए। 2006 और 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में, 2006 में समझौता एक्सप्रेस में, 2007 में अजमेर दरगाह में, 2007 में हैदराबाद की मक्का मस्जिद में और 2008 में गुजरात मोडासा में बम विस्फोट किए गए।
हिंदू “अभिनव भारत” संगठन के नेताओं पर बम विस्फोटों का आरोप लगाया गया है और उनमें से कई के वर्तमान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से संबंध हैं। ये नाम हैं: मेजर रमेश उपाध्याय, लेफ्टिनेंट-कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित, सुधाकर चतुर्वेदी, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, अंद्रीश कुमार, स्वामी इसिमानंद और सुनील जोशी। इन मामलों में पहली गिरफ्तारी के ठीक बाद 2007 में सुनील जोशी की हत्या कर दी गई थी। इसिमानंद ने 2011 में हमले की बात कबूल की थी लेकिन बाद में मुकर गए।
18 मई 2007 को हैदराबाद की चार सदी पुरानी मक्का मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान धमाका किया गया । नौ लोग मारे गए और 58 घायल हो गए। लगभग 11 साल बाद, 16 अप्रैल, 2018 को, राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी की एक विशेष अदालत ने मक्का मस्जिद बमबारी में सभी पांच प्रतिवादियों को बरी कर दिया।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मस्जिद में विस्फोट किसने किया। न्यायाधीश के रवींद्र रेड्डी ने पांच प्रतिवादियों को बरी करने का फैसला करने के बाद इस्तीफा दे दिया था। चूंकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था, इसलिए उन्होंने स्वेच्छा से रिटायर के लिए आवेदन किया था। उन्होंने कहा कि वह अब न्यायिक पेशे में काम नहीं करना चाहते हैं।
22 सितंबर, 2018 को पीटीआई न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, न्यायाधीश रेड्डी ने पद छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की। तो रेड्डी ने कहा कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की। आखिर जज ने इस्तीफा क्यों दिया, इसका जवाब अभी तक नहीं मिला है।
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The National Investigation Agency (Amendment) Bill, 2019 PDF Download
क्या NIA और CBI एक ही है ? Difference Between NIA and CBI
Government Agency | National Investigation Agency (NIA) | Central Bureau of Investigation (CBI) |
स्थापना | 31 दिसम्बर 2008 को मुंबई आतंकी हमले के पश्चात हुआ था। | इसका गठन 1941 द्रितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था। |
कार्य | भारत में होने वाली आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखना और उनकी जांच करना भारत में आतंकवादी हमलों घटनाओं को रोकना आतंकवाद को रोकने और खत्म करना | सीबीआई का कार्य भ्रस्टाचार, अन्य गंभीर अपराध या संगठन अपराधों की जांच और अन्वेषण का काम CBI करती है। उदाहरण के तौर पर मानलो अगर कहीं घोटाला हुआ है, कही कोई बड़ा अपराध हुआ हैं या किसी की हत्या हुई है अगर पीड़ित पक्ष द्वारा सुप्रीम कोर्ट में या हाई कोर्ट में अपील की जाती है की मामले की सीबीआई जांच हो तो वह पर सीबीआई जाँच कर सकती है। |
चीफ | आज की तारीख में इसके महानिदेशक का कुलदीप सिंह है जो एक आईपीएस पुलिस सेवा के अधिकारी है। | सुबोध कुमार जायसवाल सीबीआई डायरेक्टर नियुक्त किए गए हैं |
NIA Office Address and Helpline Numbers
National Investigation Agency CGO Complex, Lodhi Road, New Delhi-110003. Control Room Telephone : 011-24368800. Fax : 011-24368801. Whats App No. : 8585931100. Mob. No. : 9654447345. Email : info.nia@gov.in
सवाल जवाब (FAQ)
NIA Full Form in English : National Investigation Agency
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी
29 मई केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के प्रमुख कुलदीप सिंह को NIA के महानिदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
31 December 2008
राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए भारत में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संघीय जांच एजेंसी है। यह केंद्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करता है।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस अतिक्ले से आपको National Investigation Agency kya hai ? कैसे काम करता है ? NIA Powers kya hai ? NIA को कौन कण्ट्रोल करता है? क्या NIA किस भी राजय में बिना परमिशन के काम कर सकता है ? NIA kaun se case handle krta है ? इन सभी सवालों का जवाब यह पर दिया है । अगर इसके इलावा आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे । धन्यावाद।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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