क्या है इस पोस्ट में ?
Enforcement Directorate in Hindi | ED kya hai hindi me | ed full form in hindi | ed department | enforcement directorate upsc in hindi | प्रवर्तन निदेशालय (ED) क्या है और इसके क्या कार्य हैं? ED क्या है ईडी पूरी जानकारी हिंदी में। ED Kya Hai
हेलो दोस्तों, हाल के दिनों में आप लोगों ने टीवी या अखबारों में खूब सुना होगा ED के द्वारा नवाब मालिक अनिल देशमुख और महाराष्ट्र के कमिश्नर परमवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके ऊपर अवैध तरीके से पैसे कमाने का आरोप लगा है और ईडी इसकी जांच करी है। आज की तारीख में सभी आरोपी जेल में है आज की तारीख में आईडी का नाम मीडिया में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में आप लोगों के मन में भी सवाल आता होगा कि आखिर में ईडी है क्या? और इसके पूरा नाम क्या है इसकी स्थापना कब हुई थी। इसके कार्य क्या है। संविधान के द्वारा इसे किस प्रकार के विशेषाधिकार दिए गए हैं। ED Kya है ऐसे तमाम सवाल आपके मन में आ रहे होंगे अगर आप उनका जवाब जाना चाहते हैं। तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि पोस्ट को आगे तक पढ़े आइए जाने-
ED Full Form in Hindi
ED का पूरा नाम Directorate OF ENFORCEMENT OR Directorate General of Economic Enforcement
हिंदी में ED को प्रवर्तन निदेशालय या आर्थिक प्रवर्तन महानिदेशालय कहा जाता है।
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ED क्या है और इसकी स्थापना क्यों की गई – ED Kya Hai
ED भारत के वित्त मंत्रालय के द्वारा संचालित एक वित्तीय जांच एजेंसी के प्रमुख रूप से आर्थिक मामलों से जुड़े अपराधों की जांच करती है। इसके इलावा अगर कोई व्यक्ति किसी प्रकार का भारत में आर्थिक मामलों से अपराध करता है, उसे गिरफ्तार करना और उससे पूछताछ करने का अधिकार ईडी के अधिकारियों के पास होता है।
इसकी स्थापना 1 मई 1956 में किया गया था। इसके पीछे की वजह थी कि जिस प्रकार भारत में भ्रष्टाचार बढ़ रहा था और लोग आर्थिक मामलों से जुड़े हुए अपराध बिना कानून के भय से कर रहे थे। ऐसे में सरकार ने इन अपराधिक मामलों को रोकने के लिए ED की स्थापना की थी। अगर कोई व्यक्ति भारत में मनी लॉन्ड्रिंग या अवैध रूप से पैसे कमाता है, इसके अलावा किसी भी सरकारी प्रोजेक्ट में घोटाला करता है, तो ऐसे चीजों की जांच इस एजेंसी के माध्यम से किया जा सके ताकि अपराधियों को पकड़ कर उनको सजा दिलाई जा सके।

Enforcement Directorate – ED Details In Hindi
नाम | Enforcement Directorate – ED |
Type | मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े हुए मामलों की जांच एजेंसी |
मंत्रालय | Department of Revenue, Ministry of Finance |
ED कार्य | मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्राभंडारण मामले देखना |
ED Email | ed-del-rev@nic.in |
ED Official Website | enforcementdirectorate.gov.in |
ईडी का इतिहास क्या है – History of ED
Enforcement Directorate ( एड ) संगठन की स्थापना और गठन नई दिल्ली में 1 मई 1956 में हुई थी, वर्ष 1957 में इसका नाम ‘प्रवर्तन निदेशालय’ कर दिया गया था। उसी साल मद्रास में भी एक शाखा खोली गई। आज की तारीख में इसका हेड क्वार्टर नई दिल्ली में है। आज की तारीख में ED के प्रमुख निदेशक पंकज कुमार सिन्हा संजय कुमार मिश्रा कर्ण कुमार सिंह अमन अग्रवाल करते हैं।
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ईडी किस अधिनियम के तहत आर्थिक मामलों की जांच करता है
भारत सरकार के द्वारा पारित दो अधिनियम के तहत भारत सरकार की सभी तरह की वित्तीय जांच करने का अधिकार ईडी को प्रदान किया गया है। इसके अलावा सरकार ने ईडी को विदेशी मुद्रा अधिनियम कानून के तहत विशेष प्रकार के अधिकार दिए हैं। जिसके तहत अगर कोई व्यक्ति भारत के पैसे को विदेशों में विदेशी मुद्रा भंडार के तौर पर इकट्ठा करने की कोशिश करता है, तो ऐसे व्यक्ति को ED अधिकारी करवाई कर सकते हैं। इसके अलावा इस प्रकार के मामलों की जांच करने का अधिकार भी ED को अधिकार दिया गया है।
ईडी के प्रमुख अधिकार क्या है – Powers of ED
- ईडी के अधिकारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच कर सकते हैं और आरोपी के ऊपर मुकदमा भी दर्ज कर सकते हैं।
- भारत में जितने भी आर्थिक मामलों से जुड़े हुए अपराधिक मामले होंगे उसकी जांच करने की जिम्मेदारी ED के पास होगी।
- अगर कोई व्यक्ति मनी लॉन्ड्रिंग के केस में आरोपी है, तो उसके संपत्ति की जांच करने की जिम्मेदारी और संपत्ति जप्त और गिरफ्तारी करने का अधिकार भी ED को दिया गया है।
- ईडी वित्तीय रूप से देश में गैर कानून हो रहे कार्य को लेकर उस पर कार्रवाई कर सकता।
ED के जोनल ऑफिस ऑफिस भारत में कहां कहां है – ED offices List
ED के जोनल ऑफिस भारत के निम्नलिखित शहरों में स्थित है उन सब का विवरण में आपको नीचे बिंदु अनुसार दूंगा जो इस प्रकार है-
- मुंबई
- दिल्ली
- चेन्नई
- कोलकाता
- चंडीगढ़
- लखनऊ
- कोचीन
- अहमदाबाद
- बैंगलोर
- हैदराबाद
ED के 16 क्षेत्रीय कार्यालय है जो अहमदाबाद, पटना , चंडीगढ़, चेन्नई, कोच्चि, जालंधर, पणजी, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर ,दिल्ली , कोलकाता, मुंबई, लखनऊ, गुवाहाटी और श्रीनगर, बेंगलुरु में स्थित है क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख को संयुक्त निर्देशक कहा जाता है और 11 उप क्षेत्रीय कार्यालय है जो भुबनेश्वर, मदुरै, नागपुर, प्रयागराज, कोजीकोड, रायपुर, देहरादून, इंदौर, रांची, सूरत व शिमला में स्थित है। इनके प्रमुख अधिकारी को उप निर्देशक कहा जाता है।
ED के प्रमुख कार्य क्या है – ED main Works and Area
- ईडी साल 2000 में FEMA के प्रावधानों के उल्लंघन की जांच करें। अगर कोई व्यक्ति फेमा कानून का उल्लंघन करता है तो उसे 3 गुना जुर्माना देना होगा इसकी व्यवस्था इस कानून के तहत की गई है।
- संगठन २००५ में लागू हुए PMLA के तहत अपराधों की भी जांच करता है। यदि कोई व्यक्ति अपराध करता है और वह अनुसूचित अपराध की श्रेणी में आता है तो ऐसे व्यक्ति की संपत्ति को जबत किया जाएगा और उसके खिलाफ एक मुकदमे चलाए।
- भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 के तहत, ईडी भारत से भगोड़ों के मामलों जांच कर सकता है। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति भारत छोड़कर विदेश भाग गया है तो उसके खिलाफ भारत में मुकदमा चलाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। इस प्रकार के अधिकार सरकार ने ईडी के अधिकारियों को दिया है।
- ईडी ने फेमा के उल्लंघनों से संबंधित विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम, 1974 (COFEPOSA) के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा और जांच कर सकता है।
- ईडी PMLA के प्रावधानों के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का अगर मामला आता है तो रेडी विदेशों के जांच एजेंसियों की मदद ले सकता है।
ED की शक्तियां क्या है – Powers of Enforcement Directorate in Hindi
पीएमएलए की धारा 48 और 49 ईडी अधिकारियों को मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच करने अधिकारी के अधिकारियों को दिया जाता है या नहीं अगर कोई भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस भारत में होता है या विदेशों में भी होता है तो उसकी जांच की पूरी जिम्मेदारी और अपराधी को किस प्रकार पकड़ा जाए उसकी पूरी रणनीति ईडी के अधिकारियों के द्वारा बनाई जाएगी.

ED कार्य कैसे करता है – How does ED works
ईडी के कार्य करने की प्रणाली निम्नलिखित प्रकार की है जिनका विवरण में आपको नीचे बिंदु अनुसार दूंगा जो इस प्रकार है-
आयात मूल्य को कम तथा निर्यात मूल्य को अधिक आंकना
दोस्तों आप लोग आयात और निर्यात के बारे में तो जरुर जानते होंगे। आयत का मतलब होता है कि अगर हमको चीज बाहर से मंगा रहे हैं तो उसे हम लोग आयात करते हैं और अगर हम कोई चीज भारत से बाहर भेज रहे हैं तो उसे हम निर्यात कहते हैं। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति आयत के मूल्य को कम दिखा रहा है और निर्यात को ज्यादा दिखा रहा है। तो ऐसे मामलों की जांच ईडी के अधिकारियों के द्वारा होगी। इसका मतलब साफ है कि वो व्यक्ति पैसे का हेराफेरी कर रहा है और टैक्स चोरी कर रहा है।
विदेशी संपत्ति की जांच करना
भारत में रहने वाला अगर कोई भी व्यक्ति विदेश में कोई संपत्ति खरीदा है, तो ऐसे में उसकी जांच कर सकता है। कि उसके पास इतना पैसा कहां से आया उसके बारे में जांच करती है और अगर उसे इस मामले में कोई संदेह होता है, तो उस व्यक्ति के खिलाफ आर्थिक मामले का मुकदमा भी दर्ज करती है।
हवाला लेनदेन के मामले की जांच करना
हवाला के द्वारा अगर किसी प्रकार के भी पैसे का लेनदेन होता है तो उससे जुड़े मामले की जांच ED के अधिकारियों के द्वारा किया जा सकता है.
भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा भंडार इकट्ठा करें
अगर कोई व्यक्ति भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा भंडार अपने घर में इकट्ठा कर रहा है तो ऐसे मामलों की जांच भी ईडी के अधिकारियों के द्वारा की जा सकती है। हर किसी गलत उद्देश्य की पूर्ति के लिए विदेशी मुद्रा भंडार इकट्ठा किया जा रहा है। तो ऐसे व्यक्ति के ऊपर आर्थिक मामलों से जुड़े हुए मुकदमा दर्ज कर पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
विदेशी मुद्रा का अवैध व्यापार करनें पर
यदि किसी व्यक्ति द्वारा विदेशी मुद्रा का अवैध व्यापार किया जा रहा है, और उसके पास इस प्रकार का बिजनेस करने का अनुमति नहीं है तो ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सकता है और उसके खिलाफ आर्थिक मामले के मुकदमे दर्ज किए जा सकते हैं।
अवैध संपत्ति को ज़ब्त करना
ईडी के पास FEMA Act के तहत दोषी पाए गए लोगों की संपत्ति को ज़ब्त करने का भी अधिकार होता।
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ED द्वारा प्रयुक्त अधिनियम, कानून और नियम – ED related Act and Law
- FOREIGN EXCHANGE MANAGEMENT ACT , 1999 (FEMA)
- विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1973 (FERA)
- विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA)
- PREVENTION OF MONEY LAUNDERING ACT, 2002 (PMLA)
- पी.एम.एल.ए. के तहत सूचीबद्ध अपराध
- धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA)
- भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018
- विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1947 (FERA)
- विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1947 (संशोधित फेरा)

ED Helpline Numbers and Office Address
Head Office : Joint Director (Admin) Directorate of Enforcement Pravartan Bhawan, APJ Abdul Kalam Road New Delhi – 110 011 Phone: 2333 9124
FEMA/PMLA offences Joint Director (Intelligence) Headquarters Office Directorate of Enforcement Pravartan Bhawan, APJ Abdul Kalam Road New Delhi – 110 011 e-mail: ed-del-rev@nic.in
सवाल जवाब (FAQ)
DIRECTORATE OF ENFORCEMENT OR Directorate General of Economic Enforcement
प्रवर्तन निदेशालय
एक ईडी एक आर्थिक खुफिया संगठन और एक एजेंसी या कानून प्रवर्तन संगठन के रूप में कार्य करता है। प्रवर्तन निदेशालय (प्रवर्तन निदेशालय) एक खुफिया संगठन है जो भारत में आर्थिक अपराध का मुकाबला करने और आर्थिक कानूनों को लागू करने के लिए जिम्मेदार है। प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के हिस्से के रूप में भी काम करता है।
ईडी का प्रवर्तन निदेशालय भारत में मनी लॉन्ड्रिंग मामलों जैसे वित्तीय मामलों की जांच करता है। इस प्रकार के मामलो में बहुत बार तो अपराधी की संपत्ति भी जबत करता है।
प्रवर्तन निदेशालय के प्रमुख, संजय कुमार मिश्रा है।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको देश की आर्थिक गुटलो की जाँच करने वाली एजेंसी ED Kya Hai के बारे में अच्छी जानकारी मिला होगा । यह पर हमने ED kya hai hindi me कवर किया है ? इसके इलावा ED history , ED Powers and Works , ED Legal Action against Fraud peoples , ED related acts and Law अदि के बारे में विस्तार से चर्चा की है । इसके इलावा अगर आपके कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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