क्या है इस पोस्ट में ?
Z Plus security kya hoti hai | Z Plus सिक्योरिटी क्या है | What is Z Plus security in hindi | Z प्लस सिक्योरिटी क्यों होती है खास? देश में कितने लोगों को दी जा रही Z+ सुरक्षा? कैसी होती है जेड प्लस सुरक्षा | जेड प्लस सिक्योरिटी कैसे मिलती है
हेलो दोस्तों, भारत में रहने वाले वीआईपी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार के पास होती है। जैसे के हमने पिछले आर्टिकल में बताया था के सुरक्षा केटेगरी के हिसाब से दी जाती है। ऐसे में भारत में केंद्रीय मंत्री, हाई कोर्ट के जज, सुप्रीम कोर्ट के जज और बड़े-बड़े सेलिब्रिटी स्टारों को सरकार की तरफ से जेड प्लस की सिक्योरिटी दी जाती है। हाल के दिनों में जब कुमार विश्वास ने खालिसानी समर्थकों के बारे में जब एक बयान दिया तब कुछ लोगों ने उन्हें धमकी दी कि अगर वह इसी प्रकार का बयान देते रहे तो उन को जान से मार दिया जाएगा, इसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी दी। ऐसे में दोस्तों आपके मन में सवाल जरूर आता होगा कि आखिर में z+ सिक्योरिटी होता क्या है और इसके अंतर्गत आपको किस प्रकार की सुरक्षा सरकार के द्वारा दी जाती है। अगर आप किसके बारे में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि पोस्ट को आगे तक पढ़े आइए जाने-
जेड प्लस किसे कहते है – Z Plus security kya hoti hai
जेड प्लस सिक्योरिटी भारत का सबसे ऊंचा स्तर का सुरक्षा कवच होता है। जिसके द्वारा भारत के सभी अहम पदों पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सुरक्षा की जाती है इसके अलावा जो भारत के मशहूर अभिनेता और सेलिब्रिटी स्टार होते हैं। जिनके जान को खतरा होता है उनको इस प्रकार की सिक्योरिटी सरकार के द्वारा मुहैया करवाई जाती है ताकि उनके जान को अगर किसी प्रकार का खतरा हो तो उसे टाला जा सके।
- इस प्रकार की सुरक्षा में 36 जवान तैनात होते हैं।
- जिसके अंतर्गत NSG (National Security Guards) और SPG (Special Protection Group) कमांडो होते हैं और कुछ पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल होते हैं।
- इसके अलावा इसमें इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस और सीआरपीए के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते।
- इसके अलावा इस प्रकार के सुरक्षा के कैटेगरी में एस्कॉर्ट्स और पायलट वाहन दिए जाते हैं।
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Z+security सुरक्षा कैसे करती है – How Z+security Protects
जब किसी व्यक्ति को जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है तब व्यक्ति अगर कहीं भी जाता है तो उसके साथ सभी सुरक्षा बल घेरा बनाकर जाएंगे और उसके चारों दिशाओं में नजर रखेंगे। इसके अलावा जो घेरा उनके द्वारा बनाया जाता है उनमें किसी भी दूसरे व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाता है। किसी प्रकार का खतरा उत्पन्न होने पर वह उसका मुकाबला काफी साहस के साथ करते हैं और अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की जान को बचाते हैं।
जेड प्लस सिक्योरिटी कैसे मिलती है – How to get Z Plus Security
जेड प्लस सिक्योरिटी लेने के लिए व्यक्ति को गृह मंत्रालय के पास आवेदन करना पड़ता है। उसके बाद गृह मंत्रालय के अधिकारी आपके द्वारा भेजे गए आवेदन पत्र का वेरिफिकेशन करेंगे कि आपको किस प्रकार का खतरा है और खतरे के आधार पर ही इस बात का ध्यान होगा कि आपको जेड प्लस सिक्योरिटी दी जाएगी या नहीं। इसके इलावा अगर आवेदन करता की जान को खतरा है पर उतना नहीं के Z Plus Security दी जाए तो गृह मंत्रालय अन्य केटेगरी की सिक्योरिटी दे देते है ।

जेड प्लस सिक्योरिटी किन किन लोगों को दी जाती है – Z Plus Categories Peoples
Z Plus security kya hoti hai यह तो जान लिया पर मिलती किसको है ? जेड प्लस सिक्योरिटी देश के केंद्रीय मंत्रियो, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इत्यादि को दिया जाता है। इसके अलावा भारत में कुछ विशेष प्रकार के लोगों को भी जेड प्लस सिक्योरिटी दी जाती है जिसका विवरण में आपको नीचे दे रहा हूं जो इस प्रकार है-
- राष्ट्रपति
- उपराष्ट्रपति
- सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट जज
- राज्यपाल
- मुख्यमंत्री
- प्रमुख नेता
- प्रसिद्ध कलाकार
- कोई खिलाड़ी
- देश का कोई प्रसिद्ध
- महत्वपूर्ण नागरिक
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जेड प्लस सिक्योरिटी का गठन कब हुआ – When Z Plus Security established
15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ उसके बाद भारत में अनेकों प्रकार के फोर्स का गठन हुआ। लेकिन जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गोली मारकर उनके ही रक्षकों ने हत्या कर दी तब सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा से किसी प्रकार का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। 15 अक्टूबर 1985 को किसका गठन किया गया आज की तारीख में कुल मिलाकर 40 लोगों को इस प्रकार की सुरक्षा सरकार के द्वारा दी जा रही है।

जेड प्लस सिक्योरिटी में तैनात अधिकारियों के पास क्या हथियार होते हैं – Z Plus Security Weapons
जेड प्लस सिक्योरिटी में जो अधिकारी शामिल होते हैं उनके पास निम्नलिखित प्रकार के हथियार होते हैं जिसका विवरण में आपको नीचे बिंदु अनुसार दूंगा जो इस प्रकार है
- German Heckler & Koch MP5
- Sub Machine Guns,
- Koch PSg1 sniper rifles,
- Austrian Glock-17 pistols
- Swiss SIG SG 551 assault rifles
- हाई ग्रेड बुलेट प्रूफ वेस्ट जैकेट जिसका वजन 2. 2 किलोग्राम का होता है।
इन सभी हथियारों का इस्तेमाल कैसे करना है उसके लिए उन्हें विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि इन हथियारों का इस्तेमाल हुआ मौके वारदात पर अच्छी तरह से कर सके।
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Z+ Security की भारत में कीमत – Total Cost of Z Plus Security
Z+ सिक्योरिटी काफी महंगी होती है सरकार को साल में तीन सौ करोड़ पर इस पर खर्च करने होते हैं, तब जाकर इस प्रकार के सिक्योरिटी बड़े-बड़े राजनेता और महत्वपूर्ण व्यक्तियों को मिल पाता है। जेड प्लस सुरक्षा के लिए 20 लाख Per Person हर महीने खर्च होते है।
जेड प्लस सिक्योरिटी से लाभ क्या है – Benefits of Z Plus Security
आमतौर पर देखा जाता है कि जब कोई व्यक्ति देश के हित के लिए अच्छा काम कर रहा है। तो उसके अनेकों प्रकार के दुश्मन पैदा हो जाते हैं और ऐसे में वह व्यक्ति अपने काम को अच्छी तरह से नहीं कर पाता है। इसके पीछे की वजह है कि उसे इस बात का भय होता है कि उसे कोई भी मार सकता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को जेड प्लस सिक्योरिटी मिल रही है तो उसके मन में कोई भय नहीं रहेगा अपना कर्तव्य देश के लिए अच्छी तरह से निभा पाएगा।

जेड प्लस सिक्योरिटी की खासियत – Features of Z Plus Security
दूसरे सिक्योरिटी सुरक्षा के मामले में जेड प्लस सिक्योरिटी काफी सुरक्षित और उच्च स्तर की सुरक्षा मानी जाती है। इस प्रकार के सुरक्षा कवच में कोई भी व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगा कोई भी व्यक्ति जिसे जेड प्लस सिक्योरिटी प्राप्त है। उसके ऊपर हमला करने में उसे काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ेगा और अगर वो ऐसा कोशिश करता है तू जेड प्लस सिक्योरिटी में तैनात कमांडो उसे चंद मिनटों के अंदर उसे मार गिरा देंगे।
सवाल जवाब (FAQ)
यह सुरक्षा बहुत ही वीआईपी लोगों को दी जाती है। इस वर्ग के सुरक्षा दस्ते में 36 जवान शामिल होते हैं। इसमें 10 से ज्यादा NSG कमांड हैं। इनके अलावा आईटीबीपी, सीआरपीएफ, दिल्ली पुलिस और राज्य पुलिस के जवान शामिल होते हैं।
Z+ श्रेणी की सुरक्षा देश में सबसे बड़ी है। इसके तहत 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इसमें एनएसजी, एसपीजी, आईटीबीपी और सीआरपीएफ कमांड शामिल होते हैं।
Z Plus Security
Z Plus Security
विज्ञान, अर्थशास्त्र, सोशल मीडिया, चिकित्सा क्षेत्र, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, भारत रत्न और अन्य महत्वपूर्ण विजेताओं, सम्मानित लोगों और विभिन्न क्षेत्रों के मशहूर हस्तियों को वीआईपी श्रेणी में रखा जाता है।
Z Plus Security के लिए 20 लाख Per Person हर महीने खर्च होते है।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको देश के बड़े बड़े VIP लोगो की मिलने वाली Z Plus security kya hoti hai ? Z PLUS Security पर कितना खर्चा आता है ? कौन कौन से लोग Z Plus Security की मांग सर्कार से कर सकते है ? जेड सिक्योरिटी में कितने जवान और हथियार होते है ? आदि के बारे में विस्तार से बताया है । अगर आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है। हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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