क्या है इस पोस्ट में ?
Bacha god kaise le :- हर couple चाहता है के कोई बच्चा उन्हें भी मम्मी पापा कह कर पुकारे। किस्मत में किसी भी शादीशुदा दंपत्ति के लिए माता पिता बनना संभव नहीं होता है। ऐसे में दंपति और चिंता चिंता सताए रहती है बुढ़ापा में उनका सहारा बनेगा और साथ में उनका जीवन क्या होगा? बिना औलाद के ही समाप्त हो जाएगा ऐसे में आज की तारीख में Bacha God Lena काफी आसान है I पर Bacha god kaise le , किससे ले ? India me baccha God lene की प्रक्रिया क्या है और Online Child Adoption Registration kaise kre ? डॉक्यूमेंट क्या लगेंगे अगर उसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है हम आप से अनुरोध करेंगे कि आर्टिकल को आखिर तक पड़े आइए जानते हैं-
बच्चा गोद कैसे ले ? Bacha god kyu le
अब आपके मन में सवाल आ रहा है कि Baccha God Kyo le जरा साल बच्चा गोद तब लिया जाता है? जब आपकी कोई संतान नहीं होती है क्योंकि अगर आपके पास खुद की कोई संतान नहीं है तो आप Baccha god Le Sakte hai क्योंकि भारत में इसके लिए कानून का निर्माण किया गया है जिसके तहत आप अनाथ आश्रम से किसी भी बच्चे को कानूनी रूप से गोद ले सकते हैं I आप बिना परेशानी के Legal Child Adopt कर सकते है। Bacha god kaise le इसके लिए आप निचे पूरा पढ़े।
Why Child Adoption ?

भारत में बच्चा गोद लेना कितनी प्रकार से है ? How Many Types of Child Adoption in India ?
भारत में बच्चे गोद निम्नलिखित तरीकों से ले सकते हैं उन सब का विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे आइए जानते हैं-
खुला दत्तक ग्रहण (Open Child Adoption):
खुला दत्तक ग्रहण प्रक्रिया में बच्चों को अधिकार होता है कि जब उनकी उम्र 18 वर्ष हो जाए तो वह Child Adoption Documents है वह देख सकते हैं. इसके अलावा बच्चे की Biological Mother यानी उसकी सगी मां को अधिकार होता है, कि जाने के God diye jane wala Baccha सहमित है या नहीं। इसमें God lie Bacche ki Maa की मिलने का भी अधिकार होता है।
अर्ध खुला दत्तक ग्रहण (Semi Open Adoption):
इसमें सगी मां को गोद ले जाने के बाद बच्चे से मिलने का अधिकार नहीं है। हालांकि मां को अधिकार है कि बच्चा किसे गोद दिया जाएगा और कौन उसके दत्तक माता पिता बनेंगे इसका फैसला सगी मां कर सकती है।
बंद दत्तक ग्रहण (Closed adoption):
इसमें गोद देने वाला और गोद लेने वाला के बीच में शुरू से लेकर आखिरी तक कोई भी संपर्क नहीं होता है।
अंतर परिवार दत्तक ग्रहण (Intra family Adoption):
इसके अंतर्गत परिवार के अंदर ही बच्चे को गोद लिया जाता है।
देशज दत्तक ग्रहण (Domestic Family Adoption):
इसमें गोद देने वाला और गोद लेने वाला दोनों एक देश के नागरिक होनी चाहिए तभी जाकर बच्चे को गोद या और लिया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय दत्तक ग्रहण (International Adoption):
इस प्रक्रिया में दत्तक माता-पिता किसी दूसरे देश के बच्चे को गोद लेते हैं। जब कोई विदेशी जोड़ा इंडिया से कोई Child Adopt करता है तो उसको International Child Adoption कहा जाता है।

Bacha god kaise le ? How to adopt a child in india
देखो अगर आप बच्चा गोद लेना ही कहते है तो पूरा क़ानूनी तरिके से ले ताकि बाद में आपको की परेशानी न आए। अगर आप बिना सरकारी एजेंसी CARA के Child Adoption करते है तो यह गैर क़ानूनी है । और बाद में God Liye Bache ke Biological Parents आपसे बच्चा वापिस मन सकते है और आप कोर्ट में केस हर जाएगे। अगर आप गैर Ilegal Child Adoption करते है तो आपको जेल भी जाना पड़ सकता है। इस लिए आप Legal Trike se Child Adopt करे। how to adopt a child in india के बारे में हमने child adoption Process CARA के बारे में पूरा बताया है। Bacha god kaise le और Child Adoption Legal Process in India क्या है निचे पूरा पढ़े।
कपल का पार्क में बैठने का क़ानूनी अधिकार | Park me Couple ka bathne ka Law
बच्चा गोद लेने की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें ? Online registration for child adoption in India
भारत में अगर आप किसी भी Bacche ko God lena चाहते हैं तो आपको सबसे पहले Child Adoption ke lie Online Apply करना होगा। Online Child Adoption Apply kaise kre हम आपको नीचे विस्तार पूर्वक देंगे आइए जानते हैं-
- सबसे पहले ऑफिशल वेबसाइट वेबसाइट (http://carings.nic.in) पर विजिट करेंगे।
- जहां पर चाइल्ड एडॉप्शन के लिए आपको अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- इसके अलावा दत्तक भ माता पिता को CARA द्वारा प्रमाणित एडॉप्शन प्लेसमेंट एजेंसी के पास जाकर अपना नाम दर्ज करवाना होगा।
- वापिस के होम पेज पर पहुंच जाएंगे जहां आपको रजिस्ट्रेशन का आवेदन पत्र का विकल्प दिखाई पड़ेगा उस पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने आवेदन पत्र ओपन होगा जहां आपसे जो भी आवश्यक जानकारी पूछी जाए उसका विवरण देंगे इसके बाद आप अपना डॉक्यूमेंट यहां पर अपलोड करेंगे जैसे (जैसे उनकी आर्थिक स्थिति, बीमारी, शादी का स्टेटस, एड्रेस प्रूफ, उम्र के प्रमाण पत्र इत्यादि।
- जब आप सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट अपलोड कर देंगे उसके बाद संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा उसका वेरिफिकेशन किया जाएगा तभी जाकर आपका आवेदन पत्र यहां पर approved किया जाएगा।
- उसके बाद संबंधित विभाग के द्वारा इंटरव्यू और काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा।
- इसके बाद संबंधित विभाग को अगर आपके लिए कोई उपयुक्त बच्चा मिलता है तो उस बात की जानकारी आपको दी जाएगी।
- फिर जो भी आवश्यक प्रक्रिया है उसको पूरा किया जाएगा और बच्चा आपको सौंप दिया जाएगा।
- इसके बाद संबंधित विभाग का वकील दत्तक माता-पिता की तरफ से न्यायालय में एक याचिका दायर करेगा ताकि गोद लेने की प्रक्रिया की मंजूरी न्यायालय के द्वारा मिल सके।
- अब तक माता-पिता बच्चे लेने के प्रमाण पत्र का रजिस्ट्रेशन रजिस्टर ऑफिस में करेंगे ताकि जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जा सके।
Note: भारत में बच्चे गोद लेने की प्रक्रिया सभी राज्यों में एक समान है लेकिन राज्यों के दिशा निर्देश और कुछ नियम अलग हैं।
भारत में गोद लेने के नियम क्या है? Law for adopting a child in India
Bacha god kaise le यह तो आपने जान लिया पर baccha god lene ke lie कुछ rules भी है । जिसको फॉलो करना अनिवार्या है।
- आप भारत के किसी भी राज्य में Child Adopt कर सकते हैं लेकिन जिस राज्य में रहते हैं आपके बारे में इंक्वायरी उस राज्य के अधिकारी ही करेंगे
- दत्तक माता पिता और बच्चे के बीच में 21 वर्ष का अंतर होना चाहिए अलावा ऐसे दंपति भी बच्चे को दे सकते हैं जिनकी उम्र संयुक्त रूप से 90 वर्ष है
- गोद लेने लिए एक दंपति की शादी 2 साल पुरानी होनी चाहिए तभी जाकर वहां Child Adopt कर सकता है I
- Single Woman Child Adopt कर सकती है, लेकिन एक पुरुष नहीं ले सकता है
- भारत में बच्चा किसी भी धर्म जाति के लोग ले सकते हैं इसके अलावा अगर आप भारत के निवासी नहीं है तब भी आप भारत में आकर बच्चे को दे सकते हैं, क्योंकि भारत सरकार के द्वारा बनाए गए जुवेनाइल जस्टिस एक्ट (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन), 2015 के तहत एक बच्चे को गोद लेने के योग्य हैं I
- विकलांग व्यक्ति भी बच्चे अपनी योग्यता और क्षमता के अनुरूप ले सकता है
- जिनके पास पहले से ही तीन से चार बच्चे हैं वह बच्चे गोद लेने के योग्य नहीं है हालांकि विशेष परिस्थितियों में वह बच्चे गोद ले सकते हैं I
नोट :- Gay या लेस्बियन जोड़े भी गोद ले सकते हैं, लेकिन सिंगल माता पिता और परिवार के तौर पर नहीं। यह पहले allow नहीं था । पर New Child Adoption Rules में इनको Baccha Adopt करने की अनुमति दी गयी है।
गोद लेने के लिए जरूरी दस्तावेज हैं? Documents required for Child Adoption in India
- आधार कार्ड/ मतदाता कार्ड / पैन कार्ड / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस पहचान पत्र के तौर पर
- माता पिता का जन्म प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- वोटर कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस राशन कार्ड बिजली का बिल निवास प्रमाण पत्र के तौर
- माता-पिता का फिटनेस सर्टिफिकेट
- परिवारिक फोटोग्राफ
- शादी का प्रमाण पत्र
- अगर आप बच्चे को अकेले बोल रहे हैं तो आपके सगे संबंधित के द्वारा एक सहमति पत्र भी आपको यहां पर जमा करना होगा ताकि अगर आपको कुछ हो जाए तो बच्चे की देखभाल आप का सगा रिश्तेदार कर पाए
- व्यक्तियों के सिफारिशी पत्र, जो परिवार को अच्छी तरह से जानते हैं (करीबी रिश्तेदार नहीं होने चाहिए I
गर्भपात कराना क़ानूनी या गैर क़ानूनी ? Child Abortion Law in Hindi

भारत में बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया में कितना खर्च लगेगा? Child Adoption Cost in India
जब आप बच्चा गोद लेते हैं तो आपको कुछ फीस भी देनी होती है। दत्तक ग्रहण विनियम 2017 के अनुसार एक विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी द्वारा लिए जाने वाले कुछ शुल्क इस प्रकार हैं:-
- गोद लेने वाले माता पिता के Home Study Report के लिए ₹6000 शुल्क।
- ₹40,000 फीस चाइल्ड केयर कॉर्पस में जमा करना होगा ।
- बच्चा गोद लेने के बाद हर फॉलोअप विजिट के लिए 2000 रुपये अदा करने होंगे। यह दो साल में चार बार होती है।
बच्चा गोद लेना किस एक्ट में आता है ? Child Adoption Act of India
भारत में Bacha God Lene की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 1956 का हिंदू दत्तक ग्रहण और रखरखाव अधिनियम अधिनियम है जिसके तहत आप भारत में किसी भी बच्चे को गोद ले सकते हैं। जैसे के हमने ऊपर बताया के Child Adoption भी कई प्रकार है । सब प्रकार के Child Adoption Type Rules different है।
जैविक माता-पिता गोद लिए बच्चे को वापस पा सकते हैं? Can biological parent regain custody after adoption
कई बार ऐसा होता है कि कोई जैविक माता-पिता जब दूसरे व्यक्ति को अपना बच्चा गोद देता है और बाद में उसे अपनी गलती का एहसास होता है तो वह बच्चे को वापस कहां जाता है। ऐसी स्थिति में अगर वह कोर्ट का दरवाजा खटखटा आएगा तो उसे वहां पर हार का सामना करना पड़ेगा।
इसकी प्रमुख वजह है कि जब कोई व्यक्ति किसी बच्चे को गोद लेता है और उसने सही प्रकार के कानूनी प्रक्रिया का अनुसरण किया है, तो ऐसे में उस बच्चे पर दस्तक माता-पिता का कानूनी अधिकार हो जाएगा और जैविक माता-पिता उस बच्चे को नहीं पा सकते हैं।
Can biological parents get an adopted child back?

गोद लिया हुआ बच्चा अपने जैविक माता पिता के पास लौट सकता है ?
गोद लिया हुआ बच्चा अपने जैविक माता पिता के पास लौट सकता है इसके लिए जैविक माता-पिता को कोर्ट में याचिका जांच करनी होगी और खुद को बताना होगा कि उनका बच्चा दत्तक माता-पिता के साथ खुश नहीं है। इसके अलावा कोर्ट के अंदर बच्चे को गवाही देनी पड़ेगी कि वह अपने जैविक माता पिता के पास जा जाता है। क्योंकि उसके साथ दत्तक माता-पिता अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे हैं तब जाकर कोर्ट इस पर अपना फैसला सुना सकती है।
क्या बच्चा गोद लेने के लिए न्यूनतम आय की आवश्यकता है?
2017 के गोद लेने के नियम बच्चे को गोद लेने के लिए कोई न्यूनतम आय निर्धारित नहीं करते हैं। हालाँकि, जब सामाजिक कार्यकर्ता घर पर अध्ययन करने आते हैं, तो वे अपनी वित्तीय क्षमता का आकलन करते हैं। यह आकलन यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि क्या एक बच्चे को जीवन स्तर का एक अच्छा स्तर प्रदान किया जा सकता है।
अगर मेरा पहले से बच्चा है, तो क्या मैं बच्चा गोद ले सकता हूं?
हां, आप बच्चा गोद जरूर ले सकते हैं। नियमों के मुताबिक, अगर आपके तीन से कम बच्चे हैं, तो आप बच्चे को गोद लेने के योग्य हैं। कृपया ध्यान दें कि यदि आप अविवाहित, अविवाहित या तलाकशुदा हैं, तो आप लड़की को गोद नहीं ले सकते। वहीं, महिला किसी भी लिंग के बच्चे को गोद ले सकती है।
सवाल जवाब (FAQ)
एक अकेली महिला किसी भी लिंग के बच्चे को गोद ले सकती है लेकिन एक भी पुरुष लड़की को गोद लेने के लिए पात्र नहीं होगा।
Yes
जोड़े जो दूसरे देश से बच्चे को गोद लेना चाहते हैं, उन्हें दोनों देशों की कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करना होगा, अर्थात् वह देश जिसमें संभावित गोद लेने वाले रहते हैं और जिस देश में बच्चा पैदा हुआ है।
भारतीय कानून के अनुसार तलाकशुदा महिलाओं को बच्चे गोद लेने की अनुमति है। शीर्ष अदालत ने यह स्पष्ट किया कि “केवल एक महिला हिंदू जो विवाहित है और जिसका विवाह भंग कर दिया गया है – वह है जो तलाकशुदा है – गोद लेने की क्षमता रखती है।
नहीं।
हाँ Un-married Girl किसी भी लिंग के बच्चे को गोद ले सकती है लेकिन एक भी पुरुष लड़की को गोद लेने के लिए पात्र नहीं होगा।
अगर आप अपना बच्चा गोद देना चाहते है तो आप Goverment Child Adoption Agency जिसे हम CARA के नाम से जानते है के पास रजिस्टर करवा सकते है।
दत्तक ग्रहण से आशावान माता-पिता को एक बच्चे को पालने का अवसर मिलता है जो उनके पास अन्यथा नहीं होता। बांझपन से जूझ रहे जोड़ों के लिए, आईवीएफ उपचार में शामिल भावनात्मक और वित्तीय जोखिम के बिना, अपने परिवार में बच्चे को जोड़ने का एक गारंटीकृत तरीका है।
यस आप आप मर्जी से नाम चेंज कर साकेत है । पर यह आपको Baccha god लेते समय ही लिखवाना होगा।
हाँ आप किसी से भी बच्चा गोद ले सकते है चाहे वह आपका दोस्त हो पर Child Adoption CARA registration जरूर करवाए।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको समझ में आया होगा के Bacha God kyu le ? Child Adoption Rules of India क्या क्या है ? Bacha god lene ke lie Documents क्या क्या लगते है ? Online Child Adoption Process Step by Step ? क्या गोद देने वाले माता पिता आपने God Diya Baccha Wapis ले सकते है ? क्या God diya Bacha wapis apne parents के पास आ सकता है ? अपेक इन सभी सवालों के बारे में विस्तार में बताया है। अगर आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट क्र सकते है। हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
यह भी पढ़े:-
- मर्द, औरत, फैमली सबके लिए Child Adoption Rules अलग है| Bacha god kaise le | Child Adoption Rules in India
- First Birthday Wishes for Baby Boy | 1st Birthday Wishes for Baby Boy | 1st Month birthday wishes for baby boy
- बच्चा गोद लेने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण | Online registration for child Adoption @www.cara.nic.in hindi
- Adopted Child return back to birth parents | क्या गोद लिया बचा वापिस किया जा , लिया जा सकता है ?
- गोद लिए हुए बच्चे के क्या अधिकार है ? Legal Rights of Adopted Child in India

सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
धन्यवाद। About Us