क्या है इस पोस्ट में ?
जानिए कैसे और किस आधार पर मिलती है भारत की नागरिकता। bharat ki Citizenship kaise milti hai । Bharat ki Nagrikta kaise milti hai । भारत में नागरिकता कैसे छीनी और प्राप्त की जा सकती है? भारतीय नागरिकता कैसे प्राप्त की जाती है? india citizenship kaise prapt karen । भारत की नागरिकता कैसे मिलती है – How to get citizenship of India । indian citizenship in hindi । how to get indian citizenship for foreigners । indian citizenship by marriage । citizenship by registration in india । indian citizenship act 1955 in Hindi । How to Become an Indian Citizen: Eligibility And Requirements
हेलो दोस्तों , आपने किसी अन्य देश की नागरिकता कैसे ले के बारे में तो बहुत सुना होगा। पर क्या आपको पता है अगर किसी ने आपके देश India ki Citizenship लेनी हो तो कैसे मिलती है ……? नहीं पता न, कोई बात नहीं इस आर्टिकल में हम India ki nagrikta kaise le के बारे में ही चर्च करेंगे।
दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी दो तरह के लोग रहते हैं। एक भारतीय और दूसरा विदेशी। भारतीय नागरिकों को कुछ विशेष अधिकार मिलते हैं जो विदेशियों को नहीं मिलते हैं। देश में 2019 के राष्ट्रीयता (संशोधन) कानून के पारित होने के बाद, कई लोगों को डर था कि उनकी नागरिकता खतरे में है। इसी गलतफहमी को दूर करने के लिए हमने इस लेख में बताया है कि कैसे किसी व्यक्ति को भारतीय नागरिकता मिलती है और कैसे किसी व्यक्ति से भारतीय नागरिकता छीनी जा सकती है।
तो Indian Citizenship Act क्या है ? kaise india ki Citizenship le के बारे में विस्तार से जानकारी के लिए इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़े।
नागरिकता का अर्थ और परिभाषा – Citizenship Kya hota hai
एक नागरिक राजनीतिक समुदाय का एक सहभागी सदस्य होता है। नागरिकता एक राष्ट्रीय, राज्य या स्थानीय सरकार की कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करके प्राप्त की जाती है। एक राष्ट्र अपने नागरिकों को कुछ अधिकार और विशेषाधिकार प्रदान करता है। बदले में, नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने देश के कानूनों का पालन करें और अपने दुश्मनों से इसकी रक्षा करें।
नागरिकता का मूल्य हर देश में अलग-अलग होता है। कुछ देशों में, नागरिकता का मतलब यह हो सकता है कि एक नागरिक को वोट देने का अधिकार है, सरकारी पद पर रहने का अधिकार है, और बेरोजगारी बीमा भुगतान प्राप्त करने का अधिकार है।
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भारत नागरिकता कानून – Indian Citizenship Act 1955 in Hindi
नागरिकता अधिनियम, 1955 संविधान लागू होने के बाद भारतीय नागरिकता हासिल करने, इसके निर्धारण और रद्द करने के संबंध में एक विस्तृत क़ानून है। उसे आसान भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे। ताकि आपको Indian Citizenship Act आसानी से समझ में आए।
- देश की आजादी के बाद यह के लोगो को इंडियन सिटीजन देने और जो लोगो देश की आजादी से पहले अन्य देशो में जाके वस गए थे उनको Indian Citizen देने ले यह नागरिकता अधिनियम, 1955 बनाया गया।
- इसमें समय समय पर जैसे वर्ष 1986, 1992, 2003, 2005 और 2015 में संशोधन किये जा चुके है।
- 2019 में Indian Citizenship Amendment 2019 किया गया । जिसके तहत बांग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदायों (हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिख) से ताल्लुक़ रखने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।

भारतीय नागरिकता कैसे प्राप्त करें – Bharat ki Nagrikta kaise milti hai
भारत भी अपने यह विदेशी लोगो को रहने , वसने की मान्यता देता है । जो के नागरिकता अधिनियम, 1955 के अंतर्गत आता है । भारत की नागरिकता हासिल करने के कई तरिके है । जो के हमने निचे बताए है :-
जन्म से भारत की नागरिकता – Get Indian Citizenship By Birth
- 26 जनवरी 1950 को या उसके बाद और 1 जुलाई 1987 से पहले भारत में पैदा हुए किसी भी व्यक्ति को भारतीय नागरिक कहा जाएगा, भले ही उसके माता-पिता भारतीय नागरिक हों या नहीं।
- 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2004 के बीच भारत में जन्म लेने वाले और जिनके माता-पिता उनके जन्म के समय भारतीय नागरिक थे, उन्हें भारतीय नागरिक माना जाएगा।
- 3 दिसंबर 2004 के बाद भारत में पैदा हुआ कोई भी व्यक्ति, जिसके माता-पिता भारतीय नागरिक हैं या उनमें से कम से कम एक भारतीय नागरिक है और दूसरा अवैध अप्रवासी नहीं है, उसे भारतीय नागरिक कहा जाएगा।

वंश के आधार पर भारत की नागरिकता – Get Indian Citizenship By Descent
- 26 जनवरी, 1950 को या उसके बाद भारत से बाहर पैदा हुआ व्यक्ति, लेकिन जिसके माता-पिता भारतीय नागरिक हैं, उसे वंश के आधार पर भारतीय नागरिकता प्राप्त होगी।
- एक व्यक्ति जो 10 दिसंबर 1992 के बाद और 3 दिसंबर 2004 से पहले भारत के बाहर पैदा हुआ था और एक माता-पिता एक भारतीय नागरिक थे।
- एक व्यक्ति जो ३ दिसंबर २००४ के बाद भारत से बाहर पैदा हुआ था लेकिन जिसके माता-पिता यह कहते हैं कि उसके पास किसी अन्य देश का पासपोर्ट नहीं है और वह अपने जन्म के एक वर्ष के भीतर भारतीय दूतावास में पंजीकृत है उसे भारतीय नागरिकता मिल जाएगी।
दूसरी शर्त यह है कि विदेश में जन्मे ऐसे बच्चे का भारतीय दूतावास में एक साल के भीतर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर उस परिवार को भारत सरकार से अलग से अनुमति लेनी होगी। इस प्रावधान में मां की राष्ट्रीयता के आधार पर विदेश में जन्म लेने वाले व्यक्ति को नागरिकता देने का प्रावधान राष्ट्रीयता संशोधन अधिनियम 1992 द्वारा किया गया है।

रजिस्ट्रेशन द्वारा भारत की नागरिकता कैसे ले – Get Indian Citizenship By Registration
यदि एक अवैध अप्रवासी के अलावा कोई अन्य व्यक्ति भारत सरकार को नागरिकता के लिए आवेदन करके नागरिकता की मांग कर रहा है, तो यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिन पर नागरिकता प्रदान की जा सकती है।
- भारतीय मूल का व्यक्ति जो देश में नागरिकता के लिए आवेदन करने से पहले कम से कम 7 साल तक भारत में रहा हो।
- Indian मूल का वो व्यक्ति जो अविभाजित भारत के बाहर किसी देश का नागरिक हो. मतलब ये कि व्यक्ति पाकिस्तान और बांग्लादेश से बाहर किसी अन्य देश का नागरिक हो, और उस नागरिकता को छोड़कर भारत की नागरिकता चाहता हो।
- भारतीय नागरिक से विवाह करने पर यह काम से काम 7 वर्ष तक रहने के बाद नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है।
- नाबालिग बच्चे जिनके माता-पिता भारतीय हैं।
- भारत में रहने वाले या भारत सरकार द्वारा नियोजित राष्ट्रमंडल सदस्य राज्यों के नागरिक एक आवेदन जमा करके भारत की नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं।

किसी नए क्षेत्र को भारत में शामिल करनें पर – Fourth Type to get Indian Citizenship
भूमि का विस्तार कर नागरिकता देना। यदि भारत में एक नया क्षेत्र शामिल किया जाता है, तो उस क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति स्वतः ही भारत की नागरिकता प्राप्त कर लेंगे। उदाहरण के लिए, जब 1961 में गोवा और पुडुचेरी को 1962 में भारत में शामिल किया गया था, और फिर वहां के लोगों ने भारतीय नागरिकता प्राप्त की।
इंडियन सिटीजनशिप एक्ट PDF फाइल डाउनलोड करे – Download Indian Citizenship Act PDF
Click for Download THE CITIZENSHIP ACT, 1955 In English PDF
Download THE CITIZENSHIP ACT, 1955 In Hindi PDF
Download THE CITIZENSHIP (AMENDMENT) ACT, 2019 PDF
नागरिकता की बर्ख़ास्तगी – Indian Citizenship Dismiss kyo hoti hai
अगर किस विदेशी को भारत की नागरिकता मिल सकती है तो किसी अन्य की Indian Citizenship Dismiss भी की जा सकती है । पर हाँ Indian Citizenship Dismiss के लिए कुछ नियम है। नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा-9 में किसी व्यक्ति की नागरिकता ख़त्म करने का भी ज़िक्र है। तीन तरीक़े हैं जिनके ज़रिए किसी व्यक्ति की भारतीय नागरिकता समाप्त हो सकती है :-
- यदि कोई भारतीय नागरिक स्वेच्छा से किसी अन्य देश की नागरिकता ग्रहण करता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता स्वतः समाप्त हो जाएगी।
- यदि कोई भारतीय नागरिक स्वेच्छा से अपनी नागरिकता का त्याग करता है, तो उसकी भारतीय नागरिकता समाप्त हो जाएगी।
- भारत सरकार को भी निम्नलिखित शर्तों के आधार पर अपने नागरिकों की नागरिकता रद्द करने का अधिकार है।
- एक नागरिक जो लगातार 7 साल से भारत से बाहर रह रहा हो।
- अगर यह साबित हो जाता है कि व्यक्ति ने अवैध रूप से भारतीय नागरिकता हासिल कर ली है।
- यदि कोई व्यक्ति देशभक्ति विरोधी गतिविधियों में लिप्त है।
- यदि कोई व्यक्ति भारतीय संविधान का सम्मान नहीं करता है।
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दोहरी नागरिकता किसे कहते हैं – Dual Citizenship Kya hota hai
- नागरिकता संशोधन अधिनियम 1955 के तहत किसी भी भारतीय नागरिक के पास दो देशो की नागरिकता नहीं हो सकती है। यदि यह व्यक्ति ऐसा करता है, तो राष्ट्रीयता अधिनियम के अनुच्छेद 9 के अनुसार उसकी नागरिकता समाप्त की जा सकती है। खंड के अनुसार, यदि कोई भारतीय नागरिक किसी अन्य देश की नागरिकता निवास के उद्देश्य से या किसी अन्य कारण से प्राप्त करता है, तो पहले देश की नागरिकता रद्द कर दी जाएगी।
- भारत सरकार ने OCI में उन लोगों को दोहरी नागरिकता उपलब्ध कराई है जो आजादी के बाद या उससे पहले किसी अन्य देश में बस गए हैं।
- ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) एक अप्रवासन स्थिति है जो भारतीय मूल के एक विदेशी नागरिक को भारत गणराज्य में अनिश्चित काल तक रहने और काम करने की अनुमति देती है। एक विदेशी नागरिक को OCI Card जारी किया जाता है, जिसके पास 26 जनवरी 1950 तक भारतीय नागरिकता है या जो या उसके बच्चे या पोते भारत के नागरिक हैं।
- हालांकि, ओसीआई कार्ड धारकों के लिए कई नियम हैं, जैसे वोट देने का अधिकार नहीं होना। सरकारी विभागों में काम करने का अधिकार नहीं होना। साथ ही, OCI कार्ड धारक कृषि संपत्ति खरीदने के हकदार नहीं हैं, इसके अलावा, ऐसा व्यक्ति भारत में किसी भी चुनाव में भाग नहीं ले सकता है।
भारतीय संविधान के तहत दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं है। एक व्यक्ति की एक ही समय में एक भारतीय राष्ट्रीयता और एक विदेशी राष्ट्रीयता नहीं हो सकती है। हालाँकि, भारत भारतीय मूल के लोगों को “भारत के प्रवासी नागरिक” के रूप में पंजीकृत होने की अनुमति देता है। OCI कार्ड धारकों को भारतीय नागरिक नहीं माना जाता है लेकिन उन्हें इस विशेष दर्जे के माध्यम से समान अधिकार दिए जाते हैं।
Overseas Citizenship of India – OCI Card
सवाल जवाब (FAQ)
THE CITIZENSHIP ACT, 1955
जनम के आधार पर
वंश के आधार पर
इंडियन से शादी करने पर
लीगल तरिके से रजिस्ट्रेशन करने पर
इसमें समय समय पर जैसे वर्ष 1986, 1992, 2003, 2005, 2015 और 2019 में संशोधन किये जा चुके है।
भारत की नागरिकता एक विदेशी (अवैध अप्रवासी के अलावा) द्वारा प्राप्त की जा सकती है, जो स्वाभाविक रूप से भारत में बारह वर्षों के लिए भारत में कुल ग्यारह वर्षों के लिए आवेदन की तारीख से तुरंत पहले और अधिनियम की अनुसूची III में निर्दिष्ट अन्य मामलों में रहता है। . आपके पास योग्यता होनी चाहिए आप आवेदन पत्र XII के माध्यम से भारत की नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं।
एक नागरिक जो लगातार 7 साल से भारत से बाहर रह रहा हो।
अगर यह साबित हो जाता है कि व्यक्ति ने अवैध रूप से भारतीय नागरिकता हासिल कर ली है।
यदि कोई व्यक्ति देशभक्ति विरोधी गतिविधियों में लिप्त है।
यदि कोई व्यक्ति भारतीय संविधान का सम्मान नहीं करता है।
अगर आप लगातार 7 साल विदेश में रहते हैं तो नागरिकता खत्म हो जाती है।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको Indian Citizenship kaise le ? Indian Citizen Eligibility ? India ki nagrikta lene ke trike क्या क्या क्या है ? Get Indian Citizenship By Birth , Get Indian Citizenship By Marriage , Apply for Indian Citizenship By registration अदि के बारे में विस्तार से बताया है। अगले आर्टिकल में हम Indian Citizenship Online Apply kaise kre के बारे में आर्टिकल लेकर आ रहे है । अगर आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है। हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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