[DEVELOPER_NINJA_COMPOUND_CALCULATOR amount=100000 time=10 rate=12 title=”Compound Interest Calculator”]
आपने बहुत बार सुना होगा के आमीरो का तो पैसा भी पैसा कमाता है ? हाँ यह सच है क्योके वह Compound interest power को जानते है और इसका इस्तेमाल करना भी जानते है ।पैसा कमाना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन इस पैसे से पैसा कमाना कहीं ज्यादा मुश्किल है। यहीं निवेश काम आता है। हालाँकि, हो सकता है कि आपको उतना निवेश न मिले जितना आपने सोचा था।कहीं भी निवेश करने से पहले जरूरी है कि आप कुछ फाइनेंशियल प्लानिंग करें। आप जितनी जल्दी निवेश करना शुरू करेंगे, आपका मुनाफा उतना ही अधिक होगा। यह लंबी अवधि का निवेश होना चाहिए। आइए जानते हैं Compound Interest Calculater कैसे काम करता है :-
Compound का हिंदी अर्थ है – चक्र्ब्रिधि या मिश्रित, और चक्र का मतलब है समय, यानि समय के साथ जब प्रिंसिपल अमाउंट में बदलाव आता रहे। आसान भाषा में तो ब्याज पर ब्याज लगाने को कंपाउंड ब्याज कहते है ।
Compound Interest meaning in hindi
चक्रवृद्धि ब्याज ( Compound Interest )
स्कूल में बचपन में चक्रवृद्धि ब्याज भी पढ़ाया जाता है। लेकिन हकीकत में इसकी ताकत निवेशक ही समझ पाता है। यदि आप केवल निवेश करके अर्जित ब्याज को समझते हैं, तो आप जो ब्याज अर्जित करेंगे उसे चक्रवृद्धि कहते हैं। मूलधन के साथ-साथ आपको अपने ब्याज पर ब्याज भी मिलता है। दोगुना करना आपके निवेश को तिगुना करने का सबसे अच्छा तरीका है। आसान भाषा में तो ब्याज पर ब्याज लगाने को कंपाउंड ब्याज कहते है ।
आपने साधारण ब्याज के बारे में तो सुना होगा । पर क्या आपने कभी Compound Interest के बारे में सुना है ? चलो आपको आके लिए और easy कर देते है । आपने रकम के ब्याज के ऊपर ब्याज लगाने के बारे में तो सुना होगा । जब किसी निर्धारित समय के बाद ऋण की रकम पर बने ब्याज पर भी ब्याज लगाया जाता है । उसको Compound Interest formula कहा जाता है ।
मूलधन (Principal)
जो पैसा किसी की ऋण के रूप में दिया जाता है उसको ही मूलधन कहते है । जो के main amount होता है । यह अमाउंट 100 रुपए से लेकर लाखो – करोड़ो तक की कितनी भी हो सकती है ।
ब्याज दर (Interst Rate)
जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति या किसी अन्य बैंक से धन उधार लेता है, तो वह किराया जो उसे किसी अन्य व्यक्ति या किसी अन्य बैंक के धन से चुकाना पड़ता है, ब्याज कहलाता है। उधार ली गई राशि को इक्विटी कहा जाता है और मूलधन और ब्याज की राशि को चक्रवृद्धि कहा जाता है। प्रति सैकड़ा पर निर्धारित अवधि में मिलने वाले ब्याज को ब्याज की दर कहते हैं।
12% का 1 रुपए प्रति सैकड़ा ब्याज दर बनता है । इसी प्रकार 15% का सवा रुपए ब्याज और 18% का 1.5 रुपए प्रति सैकड़ा ब्याज दर बनता है
समय (Time)
यह टाइम की भी कोई लिमिट नहीं है । यह 1 महीने से लेकर सालो तक कितना भी हो सकता है । Simple interest formula में वर्षो के हिसाब से बनता है । 1/12 मतलब एक वर्ष count होता है ।
Times Compounded Per Year
कितने समय बाद आपके पैसा का ब्याज आपके मूलधन में जुड़ जाएगा । इसको ही Compounded Interest Interval कहा जाता है । यही पैसे को जल्दी बढ़ाने की ताकत होता है ।

COMPOUND INTEREST के क्या क्या फायदे और इस्तेमाल
- चक्रवृद्धि ब्याज का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें ब्याज की राशि हमेशा बदलती और बढ़ती रहती है, जिससे इच्छुक पार्टी को अधिक लाभ मिलता है।
- चक्रवृद्धि ब्याज में ब्याज न केवल पूंजी पर मिलता है बल्कि उससे अर्जित ब्याज पर भी ब्याज मिलता है ।
- ज्यादा समय में आपके पैसे डबल भी हो सकते है ।
कौन और कैसे कंपाउंड इंटरेस्ट का इस्तेमाल होता है ?
- आप बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं, और आप चक्रवृद्धि ब्याज का बेहतर उपयोग करके भी खो सकते हैं, यदि आप चक्रवृद्धि ब्याज लेने जा रहे हैं, तो आपको पैसे से ब्याज मिलेगा, और यदि आप चक्रवृद्धि ब्याज का भुगतान करने जा रहे हैं ब्याज, आपको पैसा खोना होगा। फर्क पड़ता है क्या?
- क्रेडिट कार्ड कंपनी चक्रवृद्धि ब्याज का उपयोग करती है।
- और कई अलग-अलग बैंकों को आपके द्वारा दिए गए लोन पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।
- अगर आप इन्वेस्टमेंट पर्पस से इसका इस्तेमाल करते है तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट हो सकता है ।
Compound Interest Calculater
साधारण ब्याज कैलकुलेशन
साधारण ब्याज = (मूलधन x समय x दर) / १००
Compound Interest Calculation
कंपाउंड ब्याज = P(1+r/n)(nt)
इस सूत्र में –
P = मूलधन (प्रारम्भ में लिया/दिया/जमा किया गया धन)
r = ब्याज की वार्षिक दर (दस प्रतिशत ब्याज दर के लिये r=०.१०)
n = एक वर्ष में कुल ब्याज-चक्रों की संख्या
t = कुल समय (वर्ष में)
A = t समय बाद मिश्रधन
Compound Interest Calculation Exmple
उदाहरण : रू 1,00,000 किसी बैंक में जमा किया गया, जहा ब्याज की वार्षिक दर 20 % है और ब्याज हर तीसरे महीने जोड़ा जाता है। 5 वर्ष बाद कुल कितनी राशि हो जायेगी?
उपरोक्त सूत्र का प्रयोग करने के लिये, Principal = 1,00,000 , Rate = 12/100 = 0.2, Interval = 1, Time = 10
अतः 5 वर्ष बाद मिश्रधन होगा = 310584.82 अगर Interest compound हर वर्ष जुड़ता हो ।
और अगर सिर्फ कंपाउंड interest की गणना करनी हो तो
Compound Interest = A- P
=310584.82-1,00,000= 210584.82
सवाल-जवाब (FAQ)
जब किसी निर्धारित समय के बाद ऋण की रकम पर बने ब्याज पर भी ब्याज लगाया जाता है । उसको Compound Interest formula कहा जाता है ।
चक्रवृद्धि ब्याज की गणना के लिए प्रयुक्त सूत्र P (1 + r/n)^(nt) है।
P का मतलब Principle amount होता है । जो मैं अमाउंट आप इंटरेस्ट पर देते है । सिंपल भाषा में कहे तो मूलधन ।
R का मतलब Rate of interest जनि के बयाज दर कितना है ।
हाँ यही compound इंटरेस्ट की पावर होता है । न का मतलब यहाँ पर होता है के एक वर्ष में इंटरेस्ट किडनी बार कंपाउंड होगा । मतलब बियाज पर बियाज कितनी बार लगेगा ।
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