क्या है इस पोस्ट में ?
Legal Rights of Adopted Child in India :- हेलो दोस्तों , हमने आपने पिछले आर्टिकल्स में आपको Baccha God kaise ले हुए बच्चा गोद लेने के लिए Child Adoption Registration कैसे करे अदि के बारे में डिटेल जानकारी दे चुके है । लेकिन आज हम इसी कड़ी में आगे बढ़ने वाले है । आज हम गोद लिए बच्चे के आपने जैविक माता पिता की संपत्ति में क्या क्या अधिकार है ? तो आइए जानते इस के बारे में विस्तार में चर्चा करते है ।
बच्चा गोद कौन और कैसे ले सकते है ? Child Adoption Process)
कोई भी शादीशुदा जोड़ा किसी भी अनाथ , रिश्तेदार के बच्चे को गोद ले सकता है । हा, अगर किसी बच्चे के असल माँ बाप जिन्दा हो तो उनकी अनुमति लेना आवश्यक है । अगर कोई single parent के रूप में अगर कोई विपरीत लिंग के बच्चे को गोद लेता है तो कम से कम 21 वर्ष का अंतर होना अनिवार्या है । आप इंडिया में हिंदू दत्तक ग्रहण और रखरखाव अधिनियम (HAMA), 1956 के मुताबिक कोई भी हिंदू बच्चा गोद ले सकता है। इसके इलावा सिख, बौद्ध और जैन भी इसी कानून के तहत आते हैं।
दत्तक पिता की संपत्ति पर अधिकार ( Property Legal Rights of the Adopted Child in india )
हाँ जी , माता पिता की मृत्यु होने के बाद माता पिता की प्रॉपर्टी उसके बच्चे को ही जाती है । पर god lie bacche ke adhikar क्या है :-
माता पिता का अकेला बच्चा होने पर अधिकार ( Adopted child as Single Child of Adoptive father)
अगर किसी ने baccha god liya है । और उनके baccha god lene से पहले और बाद में कोई भी और बच्चा नहीं है , माँ बाप की सभी प्रॉपर्टी पर गोद लिए बच्चे का ही होता है । क्योके अकेला बच्चा आपने माता पिता की पूरी प्रॉपर्टी का पूरा वारिस होता है । यह दत्तक पुत्र के अधिकारों कोई नहीं छीन सकता । क्योके Legal child adoption में adopted baccha ही मरने वाले पिता का इकलौता वारिस माना जाएगा । Property Legal Rights of Adopted Child in India
दत्तक पुत्र के साथ और संतान होने पर ( Sharing Property into Adopted Child and Real Child)
अगर गोद लिए बच्चे के साथ दत्तक माता-पिता की कोई और भी संतान है , baccha god लेने से पहले या बाद में । तो इस सूरत में god liya baccha आपने दत्तक माता-पिता की संपत्ति में बराबर का हक़दार है । एक गोद लिया हुआ बच्चा अपने दत्तक माता-पिता की संपत्ति पर दावा कर सकता है। बच्चा अपने दत्तक पिता और अन्य वंशज वंशजों से विरासत में पाने का हकदार है, जैसे कि जैविक उत्तराधिकारी। साथ ही, दत्तक पिता और उसके संबंध भी दत्तक पुत्र से विरासत में पाने के हकदार हैं। प्रत्येक बच्चे को स्पष्ट अंतर्निहित अधिकार के माध्यम से अपने जैविक पिता के उत्तराधिकारी का अधिकार होगा। inheritance legal rights of adopted child in india
वसीयत लिखने की सूरत में पिता आपने मर्जी से आपने बच्चे में हिस्सा बाँट सकता है । इसमें सभी जो वसीयत लिखने पर कनूनी प्राबधान होता है । जो रूल्स दत्तक पिता के जैविक बच्चे होते है वही इस god lie bacche के होंगे ।
बिना Legal Process के बच्चा गोद लेने पर ( Adopted Child without Paper process)
यदि किसी बच्चे को निर्धारित प्रक्रिया के नियमों (Child Adoption Rules) का पालन किए बिना अपनाया जाता है । तो दत्तक ग्रहण (Child Adoption) को अमान्य माना जा सकता है, क्योंकि इस illegal Child Adoption स्थिति में, दत्तक के साथ उसका संबंध नहीं बनता है। वह अपने दत्तक की संपत्ति प्राप्त करने का हकदार नहीं है।
उत्तराधिकारी को बे-दखल करने पर (Disqualified Adopted Child)
एक दत्तक बच्चा अपने दत्तक माता-पिता की संपत्ति में अपने हिस्से का दावा नहीं कर सकता है, यदि पिता अपनी संपत्ति के अयोग्य उत्तराधिकारी है। आगरा माता पिता आपने बच्चे को अपनी जमीं जायदाद से बे दखल करते है तो उनका अपनी माता पिता को संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं रहता । पर किसी बच्चे को अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल करने के लिए भी कानून है । ऐसे हो कोई किसी बच्चे को बेदखल नहीं कर सकता ।
कानून कहता है कि “किसी भी व्यक्ति को बीमारी, दोष या विकृति के कारण या इस अधिनियम द्वारा प्रदान किए गए को छोड़कर, किसी अन्य कारण से किसी भी संपत्ति के उत्तराधिकार से वंचित नहीं किया जाएगा,” लेकिन पुनर्विवाह करने वाली विधवाओं, परिवर्तन के उत्तराधिकारी हैं इसे संरक्षित नहीं किया।
बेदखल करने का कनून
यदि कोई उत्तराधिकारी मानसिक समस्या या इस तरह की किसी भी चीज के आधार पर अयोग्य घोषित किया जाता है।यदि कोई उत्तराधिकारी मानसिक समस्या या इस तरह की किसी भी चीज के आधार पर अयोग्य घोषित किया जाता है। Legal Rights of Adopted Child in इंडिया
असल माता पिता की संपत्ति पर अधिकार (Adopted Child Rights into Biological father’s Property )
अगर तो किसी अनाथ या किस छोड़े हुए बच्चे को गोद दित्य जाता है तो उसके असल माँ बाप का पता ही नहीं होता । पर अगर कोई भी माता पिता आपने बच्चा अपनी मर्जी से किसी को गोद देता है, तो इस सूरत में हो सकता है के बाद में जेक बच्चे को अपने असल माता पिता का पता लग जे । या फिर अगर कोई अपने रिश्तेदारी से bacha adopt krte है , तो बच्चे को अपने असल माता पिता का पता होता है ।
बच्चा गोद लिए जाने के बाद अपने जैविक माता-पिता और रिश्तेदारों की संपत्ति पर अपना अधिकार खो देता है। वे अपने जैविक माता-पिता या सहदायिकों की संपत्ति पर किसी भी अधिकार का दावा नहीं कर सकते।
क्या कोई गोद दिया बच्चा आपने असल माता पिता की Property पर हक़ जता सकता है ? नहीं जी, यह सभव नहीं है अगर Baccha legal trike se god दिया है । क्योके इक बार Child Adoption Legal Process complete होने पर बच्चा पूरी तरह से दत्तक माता पिता का हो जाता है । जिसके बाद उसका god lene wale parents की प्रॉपर्टी में हक़ हो जाता है पर असल माँ बाप की जायदाद पर कोई हक़ नहीं रहता ।
क्या असल पिता अपनी मर्जी से गोद दिए बच्चे को अपनी प्रॉपर्टी दे सकता है ?
हाँ , कोई भी अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी Property gift के रूप में दे सकता है । कोई भी असल माँ बाप भी आपने God diye bacche को अपनी प्रॉपर्टी गिफ्ट कर सकते है । या उसमे से बराबर का हिस्सा आपने गोद दिए बच्चे के नाम कर सकते है । यह पूरी तरह से legal रूप में माने होगा ।
सवाल / जवाब (FAQ)
किसी Hindu Bacche ko god लेने लिए आपको हिंदू दत्तक ग्रहण और रखरखाव अधिनियम (HAMA), 1956 के अंतर्गत कनूनी करवाई पूरा करना पड़ता है । जिसमे बच्चा सिलेक्शन से लेकर Court order तक इसी HAMA Act के अंतर्गत आता है ।
हाँ , बोधी , जैनी , सिख HAMA Act 1956 के अधीन ही आते है । पर कोई मुस्लिम , पारसी , ईसाई जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन) एक्ट, 2015 के अंतर्गत Baccha Adopt कर सकते है ।
हाँ , गोद लिए हुए बच्चे के आपने दत्तक पिता की प्रॉपर्टी पर पूरा अधिकार होता है । जितना किसी शाही बेटे – बेटी का हक़ होता है । उतना ही हक़ Adopted Child का होता है ।
यदि कोई उत्तराधिकारी मानसिक समस्या या इस तरह की किसी भी चीज के आधार पर अयोग्य घोषित किया जाता है।यदि कोई उत्तराधिकारी मानसिक समस्या या इस तरह की किसी भी चीज के आधार पर अयोग्य घोषित किया जाता है ।यही रूल गोद लिए बच्चे के लिए है । कोई भी दत्तक माता पिता अपने Disqualified Adopted Child को बेदखल कर सकता है ।
बच्चा गोद लिए जाने के बाद अपने जैविक माता-पिता और रिश्तेदारों की संपत्ति पर अपना अधिकार खो देता है। वे अपने जैविक माता-पिता या सहदायिकों की संपत्ति पर किसी भी अधिकार का दावा नहीं कर सकते।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको गोद लिए बच्चे के हक़ क्या क्या है ? Inheritance rights of adopted child in india ? भारत में गोद लिए गए बच्चे के उत्तराधिकार के अधिकार क्या है ? property rights of adopted child in india ? गोद लिए गए बच्चे के संपत्ति अधिकार क्या क्या है ? Baccha adopt Law & Act क्या है ? अदि के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी है । इसी प्रकार की किसी और जानकारी के साथ अगले आर्टिकल में मिलेंगे । Property and inheritance Legal Rights of Adopted Child in India
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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यदि गोद लिए बच्चे के साथ माता पिता बुरा बर्ताब करे और उसे घर से निकाले तो क्या बच्चा उनसे जायजात मे हिस्सा ले सकता है
मैं सरकारी जॉब में हूं वर्तमान में मेरे दो बेटियां है क्या तीसरे बच्चे के जन्म से पूर्व में एक बच्ची को गोद देकर एक और बच्चा पैदा होता है तो मेरे कितने बच्चे कहलाएंगे