क्या है इस पोस्ट में ?
National Crime Records Bureau – राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो | राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की स्थापना कब हुई थी? नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो | NCRB क्या है, स्थापना कब की गई, इसके प्रमुख कार्य क्या है? NCRB kya hai
हेलो दोस्तों, भारत के सभी राज्यों में जितने भी अपराधिक मामले होते हैं उनके डाटा को रखरखाव करने के लिए भारत में नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो की स्थापना की गई है। जिसके द्वारा भारत और राज्य में जितने भी अपराधिक मामले होंगे उनके डाटा को यहां पर स्टोर किया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति किसी अपराधिक मामले में जेल की सजा काट रहा है तो उसका पूरा विवरण नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो में स्टोर किया जाएग। अब आपके मन मे सवाल आएगा NCRB क्या है, स्थापना कब की गई, इसके प्रमुख कार्य क्या है? अगर आप इन सभी सवालों के जवाब को जाना चाहते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि पोस्ट को आखिर तक पढ़े।
अपने बहुत बार Crime Patrol , CID जैसे शो में देखा होगा के पुलिस वहुत बार किस न किसी का पिछले आपराधिक रिकॉर्ड चेक करती है । क्या पाने सोचा है के इतना डाटा कौन add करता है । कौन इस डाटा को अपडेट रखता है और कौन इसको Secure रखता है।
NCRB kya hai | NCRB In Hindi
NCRB full form in hindi
- एनसीआरबी फुल फॉर्म National Crime Records Bureau होता है।
- जिसे हिंदी में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो कहा जाता है ।

एनसीआरबी क्या है – NCRB Kya hai
- एनसीआरबी प्रकार की सरकारी एजेंसी है जिसका प्रमुख कार्य अपराधिक मामलों से जुड़े हुए डाटा को इकट्ठा कर कर अपने पास रखना है। ताकि सरकार इस बात को मालूम कर सके कि देश में और राज्य में कितने प्रकार के अपराधिक मामले पर दिन हो रहे हैं।
- अपराध को रोकने के लिए सरकार एक विशेष प्रकार की रणनीति और योजना बना सके।
- NCRB की स्थापना 1986 में अपराध और अपराधियों पर सूचना के भंडार के रूप में कार्य करने के लिए की गई थी ताकि अपराधियों को अपराध से जोड़ने में जांचकर्ताओं की सहायता की जा सके।
- यह समन्वय और पुलिस कंप्यूटर निदेशालय (डीसीपीसी), सीबीआई की अंतरराज्यीय अपराध डेटा शाखा और सीबीआई के केंद्रीय फिंगर प्रिंट ब्यूरो को मिलाकर टास्क फोर्स, 1985 और राष्ट्रीय पुलिस आयोग, 1977 की सिफारिश के आधार पर स्थापित किया गया था।
- पहले ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरएंडडी) की सांख्यिकीय शाखा को भी एनसीआरबी में मिला दिया गया था, लेकिन बाद में इसे डी-विलय कर दिया गया था।
- इसका हेड क्वार्टर नई दिल्ली में स्थित है।
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National Crime Records Bureau – NCRB Details In Hindi
नाम | National Crime Records Bureau – NCRB |
Type | नेशनल क्राइम रिकॉर्ड करना |
मंत्रालय | Ministry of Home Affairs |
NCRB कार्य | देश के सभी क्राइम और अपराधियों का डेटाबेस तैयार करना |
NCRB Email | dct@ncrb.gov.in |
NCRB Official Website | ncrb.gov.in |
NCRB की स्थापना क्यों की गई – When NCRB established
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की स्थापना करने का प्रमुख उद्देश्य सरकार का अपराधिक मामलों के डाटा को इकट्ठा करना। ताकि सरकार को मालूम चल सके कि भारत में अपराध कितना हो रहा है और किस राज्य में कितना अपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। ताकि सरकार अपराधिक मामलों को कम करने के लिए विशेष योजना और रणनीति बना सके। इसके अलावा यह पुलिस सेवा में कानून को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके जिससे पुलिस तंत्र मजबूत और सशक्त बन सके और पुलिस को भी अपराधियों को पकड़ने में सहायता मिल सके।

NCRB के प्रमुख कार्य – Main Works of NCRB
- वर्ष 2009 में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क एवं सिस्टम (CCTNS) परियोजना की मॉनिटरिंग, समन्वय तथा कार्यान्वयन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई इसके द्वारा पुलिस को अपराधियों को खोजने में आसानी होगी।
- ब्यूरो को यौन अपराधियों के राष्ट्रीय डाटाबेस (एनडीएसओ) की देख-रेख तथा इसे नियमित रूप से राज्यों/संघ प्रदेशों से साझा करने की ज़िम्मेदारी भी सौंपी गई है।
- भारत में घटित होने वाले साइबर अपराधों की शिकायत भी आप आसानी से राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को कर सकते हैं इसके लिए सरकार ने यहां पर एक पोर्टल का भी निर्माण किया है।
- यहां पर आप विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध जैसे- अच्छे से संबंधित अश्लील बातें सामूहिक बलात्कार यहां पर आप सबूत के तौर पर घटना से संबंधित सबूत यहां पर अपलोड कर सकते हैं।
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के द्वारा पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण भी यहां पर दिया जाएगा ताकि वह ऑनलाइन किसी भी अपराधी के बारे में जानकारी हासिल कर सके।
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NCRB का प्रमुख उद्देश्य क्या है – NCRB Main Purpose
- भारत में अपराधियों के डाटा को उनके फिंगरप्रिंट के माध्यम से सिस्टम में स्टोर किया जाता है ताकि अगर कोई भी अपराधी दूसरा अपराध करता है तो आसानी से मालूम किया जा सके कि उस अपराधी ने भी इस अपराध को अंजाम दिया है।
- पुलिस के लिए आईटी अनुप्रयोगों के विकास का निर्माण, नेतृत्व और समन्वय करें।
- राष्ट्रीय स्तर पर अपराध और अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाना और आंकड़े बनाए रखना।
- कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर डेटाबेस का निर्माण और रखरखाव किया जाता है।

NCRB लेटेस्ट क्राइम डाटा 2022 – NCRB Latest Crime Data 2022
रिपोर्ट के लिए डेटा जिला अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (DCRBx) से राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (SCRBx) द्वारा एकत्र किया जाता है।
- 2019 में 3225071 भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) अपराध दर्ज किए गए। इस बीच, 1980 में 1368529 दर्ज किए गए।
- 8,60,960 संज्ञेय अपराधों में 6,04,897 भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) अपराध शामिल हैं और 2,56,063 विशेष और स्थानीय कानून (एसएलएल) अपराध 19 महानगरीय शहरों में दर्ज किए गए
- अपराध दर 241.2 है।
- 5156172 संज्ञेय अपराधों में 3225071 आईपीसी अपराध शामिल हैं, और 1930471 विशेष और स्थानीय कानून (एसएलएल) अपराध 2019 में दर्ज किए गए थे।
- अपराध के पंजीकरण की दर में 1.6% की वृद्धि हुई है।
- कुल संज्ञेय अपराधों में से, IPC अपराधों में 62.6% शामिल हैं।
मानव शरीर को प्रभावित करने वाला अपराध: Human Physical Offences
- मानव शरीर को चोट पहुंचाने वाले कुल अपराधों का 9% (1050945) चोट के लिए जिम्मेदार है। 13.8% मामले लापरवाही से मौत और 10% अपहरण के मामले थे।
- हत्या: हत्या के मामलों की संख्या में मामूली कमी आई है। 2019 में हत्या के 28918 मामले दर्ज किए गए। 28918 मामलों में से 9516 मामलों के पीछे एक विवाद आम कारण रहा है, जिसके बाद व्यक्तिगत प्रतिशोध और लाभ होता है।
- अपहरण और अपहरण के मामलों में 0.7% की मामूली कमी आई है।
- महिलाओं का अपहरण – 84921 मामले (55370 बच्चे)
- पुरुषों का अपहरण – 23104 मामले (15894 बच्चे)
- 96295 लोगों को बचाया गया, जिनमें से 744 की मौत हो गई।
सार्वजनिक शांति के खिलाफ अपराध: Offenses against public peace
- 2018 की तुलना में 2019 में सार्वजनिक शांति के खिलाफ अपराधों में 17.6% की कमी आई है।
- 2019 में 63359 ऐसे मामले दर्ज हुए।
- 2019 में दर्ज हुए दंगों के 9% मामले
दंगे (नागरिक संघर्ष): Riots (Civil Conflict)
- सांप्रदायिक दंगों ने पिछले वर्ष की तुलना में 2020 में 96% की वृद्धि दर्ज की।
- अकेले दिल्ली पुलिस ने साल में सांप्रदायिक दंगों के सबसे ज्यादा यानी 520 मामले दर्ज किए और उत्तर प्रदेश (यूपी) ने 2020 में सांप्रदायिक हिंसा का एक भी मामला दर्ज नहीं किया।
- जातिगत दंगों में लगभग 50%, कृषि दंगों में 38% और ‘आंदोलन/मोर्चा’ के दौरान दंगों में 33% की वृद्धि देखी गई।
पारंपरिक अपराध: Traditional Crimes
- महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध, चोरी, सेंधमारी, डकैती और डकैती सहित अन्य मामलों में दर्ज मामलों की संख्या में लगभग 2 लाख की गिरावट आई है।
- “हिंसक अपराधों” की श्रेणी में आने वाले अपराधों में 0.5% की कमी के बावजूद हत्या में 1% की मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
- दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर है । राजधानी में 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 10,093 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए।
पर्यावरण संबंधी अपराध: Environmental Offences
देश में 2020 में ‘पर्यावरण से संबंधित अपराध’ श्रेणी के मामलों में 78.1% की वृद्धि हुई ।
साइबर अपराध – Cyber Crime Data
साइबर अपराध की दर (प्रति लाख जनसंख्या पर घटनाएं) भी 2019 में 3.3% से बढ़कर 2020 में 3.7% हो गई
राज्य के खिलाफ अपराध: Offences against the State
- वर्ष 2019 में 27% की गिरावट के साथ, राज्य के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई।
- हालांकि, यूपी इस श्रेणी में वृद्धि दर्ज करने वाला एकमात्र प्रमुख राज्य था, ज्यादातर राज्य द्वारा दर्ज ‘सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान’ के मामलों की बड़ी संख्या के कारण , उनमें से कई सीएए (नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के दौरान दर्ज किए गए थे । , 2019) विरोध प्रदर्शन।
- राज्य के खिलाफ अपराधों में देशद्रोह और राष्ट्र के खिलाफ युद्ध छेड़ने से संबंधित मामले शामिल हैं, जो गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) 1967 , आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम 1923 और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान अधिनियम 1954 के प्रावधानों के तहत आते
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NCRB Helpline Numbers and Office Address
NCRB Office NH-8, Service Road, Mahipalpur, Delhi - 110037 New Delhi - 110037. Telephone: (011) 26735450 Fax: (011) 26782257 Email: dct@ncrb.gov.in Website: ncrb.gov.in
सवाल जवाब (FAQ)
National Crime Records Bureau – राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो
एनसीआरबी की स्थापना 1986 में अपराध और अपराधियों पर सूचना के भंडार के रूप में कार्य करने के लिए की गई थी ताकि टंडन समिति, राष्ट्रीय पुलिस आयोग (1977-1981) और गृह मंत्रालय की सिफारिशों के आधार पर अपराधियों को अपराध से जोड़ने में जांचकर्ताओं की सहायता की जा सके।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो
11 March 1986
राज्य अनुसार अपराध के दर सबसे अधिक केरला में है
सबसे कम नागालैंड में है
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको NCRB kya hai? इसे कब स्थापित किया गया था? देश में सब अपराधियों का डाटा कौन और कैसे maintain करता है ? NCRB Full Form , NCRB Works , Vision , नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) क्या है? NCRB Latest Crime Reports आदि के बारे में डिटेल में बताया है । इसके इलावा अगर आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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