क्या है इस पोस्ट में ?
Neeraj Chopra Biography :- इस वर्ष मिल्खा सिंह जी ने अपनी सांसो को पूरा किया था , पर उनका एक सपना था के कोई Olympic Athletics में गोल्ड लाये। उसके रहते तो यह पूरा नहीं कर पाया भरता , लेकिन अब Chandigarh के नीरज चोपड़ा ने Milkha Singh जी की इस ईशा को पूरा कर दिया है । इसी कारण Gold Medallist Neeraj Chopra ने आपने यह Tokyo Olympic Gold medal भी उनको डेडिकेट किया है ।
देश में बहुत देर के बाद Olympic Atheists में मैडल देखने को नहीं मिला था , जिसको अब नीरज चोपड़ा ने लम्बी दुरी तक भला फेक के पूरा कर दिया है । हाल ही में 2021 टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वर्ण पदक विजेता ने सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक कर फाइनल में जगह बनाई। और अपना नाम और भारत का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिया। हिरयाणा के देसी छोरे ने उन्होंने फाइनल में अपने पहले प्रयास में 87.58 मीटर फेक दिया । उनकी इसी क़ाबलियत को देखते हुए उन्हें सेना में भी उच्च पद के लिए शामिल किया गया था। नीरज चोपड़ा जी कौन है , कहाँ के रहने वाले है , Neeraj Chopra’s World Records अदि के बारे में विस्तार से बात करते है ।
“सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि मुझे ओलंपिक से पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेलने का मौका मिला। मैंने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS), स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) और एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) से कुछ व्यवस्था करने का अनुरोध किया। उन्होंने व्यवस्था की और इस कारण मैं अब यहां पहुंचा हूं।”
ओलंपिक से पहले मुझ पर कोई दबाव नहीं था। ऐसा लग रहा था, जैसे मैं पहले इन एथलीटों के खिलाफ खेल चुका हूं। इसलिए, चिंता का कोई कारण नहीं था। मैंने सिर्फ अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया। इससे मुझे स्वर्ण पदक जीतने में मदद मिली। सभी सुविधाओं के लिए मैं SAI, फेडरेशन और TOPS का आभारी हूं।
पदक जीतने के बाद मीडिया से बातचीत
नीरज चोपड़ा जीवन एक नजर (Neeraj Chopra Biography)
नाम | नीरज चोपड़ा |
माता | सरोज देवी |
पिता | सतीश कुमार |
भाई बहिन | दो बहने ( संगीता और सरिता ) |
जन्म | 24 दिसंबर, 1997 |
जन्म स्थान | पानीपत हरियाणा |
शिक्षा | ग्रेजुएशन |
कोच | पहले कोच नसीम अहमद मौजूदा कोच Uwe Hohn |
शादी | अभी नहीं |
Net worth | 1 to 5 million |
पेशा | जैवलिन थ्रो |
धर्म | हिन्दू |
जाति | हिन्दू रोर मराठा |
नीरज चोपड़ा का जन्म एंड फैमली
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा राज्य के पानीपत के एक छोटे से गांव खंडरा के एक किसान रोड समुदाय में हुआ था। नीरज परिवार में उनके पिता सतीश कुमार पेशे से छोटे किसान हैं और उनकी मां सरोज देवी गृहिणी हैं। नीरज को भाला फेंकने में दिलचस्पी तब हुई जब वह सिर्फ 11 साल के थे और पानीपत स्टेडियम में जय चौधरी का प्रशिक्षण देखा करते थे।
शिक्षा (Education)
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई हरियाणा से ही की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्होंने ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा करने के बाद नीरज चोपड़ा ने बीबीए कॉलेज ज्वाइन किया था और वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।
नीरज चोपड़ा के कोच (Coach)
11 साल की उम्र में नीरज का वजन 80 किलो था और वह वजन कम करने के लिए पानीपत स्टेडियम जाया करते थे। इसी दौरान उनकी जेवलिन से जान पहचान हो गई। यही पर उनकी मुलाकात जयवीर सिंह से हुई ।।चोपड़ा ने सबसे पहले भाला फेंकने की कला पानीपत के कोच जयवीर सिंह से सीखी थी। पंचकुला में उन्होंने 2011 से 2016 की शुरुआत तक प्रशिक्षण लिया।
2016 से नीरज ने राष्ट्रीय शिविर में विभिन्न कोचों के अंडर ट्रेनिंग की है. पिछले पांच सालों में वह हर बार अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते रहते थे।पहले कोच नसीम अहमद (Naseem Ahmad) ने सुनाई है। नीरज 13 साल की उम्र में ही 55 मीटर दूर भाला फेंकने लगे थे।
नीरज चोपड़ा के कोच का नाम उवे हैं जो कि जर्मनी देश के पेशेवर जैवलिन एथलीट रह चुके हैं। इनसे ट्रेनिंग लेने के बाद ही नीरज चोपड़ा इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
“मैंने अपने खेल की शुरुआत जयवीर के साथ की थी। जब मैं इस खेल के बारे में कुछ नहीं जानता था, तो उन्होंने मेरा बहुत सपोर्ट किया। वह अब राष्ट्रीय शिविर में कोचिंग दे रहे हैं। वह बहुत समर्पित हैं। एथलेटिक्स में आप धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं। आप अपना 100 फीसदी देते हैं और उस का स्तर समय के साथ 100 फीसदी बढ़ जाता है। जेवलिन थ्रो एक बहुत ही तकनीकी खेल है। मैंने कुछ कमियों को दूर किया। फिर मैंने विदेशी कोचों के अधीन प्रशिक्षण लिया, जिन्होंने मेरी खामियों को और सुधारा। मेरे कोचों ने मेरी बहुत मदद की है। फिर से जयवीर के साथ प्रशिक्षण ने खेल की बुनियादी बातें बेहतर बनाने में मदद की। सभी के समर्थन ने मुझे यहां तक पहुंचाया है।”
नीरज चोपड़ा गर्लफ्रेंड , शादी ( Neeraj Chopra’s Relationship Status )
Javelin Thrower Neeraj Chopra ने अभी तक शादी नहीं की है । न ही उनके कभी प्यार या गर्लफ्रेंड के बारे में कोई जानकारी है । अभी उनका पूरा दयँ आपने Game पर है ।
करियर शुरुआत (Javelin Throw Athlete)
जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने महज 11 वर्ष की आयु में ही भाला फेंकना शुरू कर दिया था। हह वर्ष के नीरज देवी लाल स्टेडियम में आपने वजन कम करने के लिए running करने जाया करते थे। और यह पर ही उनको पहले कोच मिले ,Javelin Throw Training स्टार्ट किया । नीरज चोपड़ा ने 2014 में 7 हजार रुपए का एक भाला खरीदा था। उसके बाद, नीरज चोपड़ा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए 10 हजार रुपए का भाला खरीदा। नीरज चोपड़ा ने 2017 एशियाई चैंपियनशिप में 50.23 मीटर से भाला फेंक कर मैच जीता था।उसी वर्ष उन्होंने IAAF डायमंड लीग इवेंट में भी भाग लिया, जिसमें उन्होंने सातवें स्थान पर रहे। उसके बाद नीरज चोपड़ा ने अपने कोच के साथ कड़ी ट्रेनिंग शुरू की और फिर नए कीर्तिमान स्थापित किए।
Neeraj Chopra’s Records
- 2012 में लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय जूनियर अंडर 16 चैंपियनशिप में, नीरज चोपड़ा ने 68.46 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता।
- जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में 2013 में नीरज चोपड़ा दूसरे स्थान पर रहे और इसके बाद उन्होंने IAAF वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में भी जगह बनाई।
- नीरज चोपड़ा ने इंटरकॉलेजिएट चैंपियनशिप में 81.04 मीटर थ्रो के साथ आयु वर्ग का रिकॉर्ड तोड़ा। यह प्रतियोगिता 2015 में आयोजित की गई थी।
- नीरज चोपड़ा ने 2016 विश्व जूनियर चैंपियनशिप में 86.48 मीटर का नया रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता।
- 2016 में, नीरज चोपड़ा ने दक्षिण एशियाई खेलों के पहले दौर में 82.23 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था।
- 2018 में गोल्ड कोस्ट में राष्ट्रमंडल खेलों में, नीरज चोपड़ा ने 86.47 मीटर के थ्रो के साथ एक और स्वर्ण पदक जीता।
- उसी वर्ष 2018 में, नीरज चोपड़ा ने जकार्ता में एशियाई खेलों में 88.06 मीटर भाला फेंका और स्वर्ण पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया।
- एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी हैं।
- Neeraj Chopra एक ही साल में एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। 1958 की शुरुआत में, मिल्का सिंह ने यह रिकॉर्ड बनाया।
नीरज चोपड़ा Tokyo Olympic Match 2020
Tokyo Olympic Javelin Throw Final मुकाबला 7 अगस्त,2021 को शाम 4:30 बजे हुआ। जिसमे नीरज का मुकाबला फाइनल में 11 खिलाड़ियों के साथ था ।इस मैच में नीरज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड जीता। उन्होंने फाइनल के छह राउंड में से पहले दो राउंड में सबसे ज्यादा 87.58 की दूरी का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अगले चार राउंड में कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ सका। अंत में नीरज सेंटर पहले स्थान पर रहा और स्वर्ण पदक जीता।
नीरज ने पहली बार में 87.03 मीटर और दूसरी बार में 87.58 मीटर दूर भाला फेंका। तीसरे अटैम्प्ट में उन्होंने 76.79 मीटर, चौथे और 5वें में फाउल और छठे अटैम्प्ट में 80 मीटर से ज्यादा थ्रो किया।कोई भी नीरज के 87.58 मीटर के रिकॉर्ड तक नहीं पहुंच पाया। नीरज की इस सफलता पर हरियाणा समेत पूरा देश नाज कर रहा है।
क्या नीरज चोपड़ा आर्मी ऑफिसर है ? ( Army Officer Neeraj Chopra )
एथलीट बनने से पहले नीरज चोपड़ा भारतीय सेना में सूबीदार कमांडर के रूप में कार्यरत थे। वे इसमें जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर थे, उस वक्त उनकी उम्र महज 19 साल थी। वह उस उम्र में राजपुताना राइफल्स का संचालन कर रहे थे।
राजपुताना राइफल्स के सूबेदार नीरज चोपड़ा को सेना में पदोन्नत किया जाना तय है, क्योंकि उन्होंने शनिवार को टोक्यो खेलों में भाला फेंक में ओलंपिक स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया था, दिप्रिंट को पता चला है। चोपड़ा 2016 में नायब सूबेदार के रूप में सेना में शामिल हुए थे।
नीरज चोपड़ा ईनाम और राशि ( Neeraj Chopra Rewards)
नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जितने पर सेंटर सर्कार के साथ ही राजय सर्कार ने भी नीरज के लिए इनामो की झड़ी लगा दी है । आइए जानते है नीरज जो ईनाम में क्या दिया जा रहा है :-
- हरियाणा सरकार ने नीरज को सरकारी नौकरी के साथ साथ 6 करोड़ रुपये नकद और आधी कीमत पर जमीन देने का फैसला किया है
- पंजाब सरकार ने नीरज चोपड़ा को 20 लाख रुपये की नकद राशि देने का ऐलान किया है.
- गोरखपुर नगर निगम की ओर से नीरज को एक लाख रुपये का इनाम मिलेगा।
- इसके अलावा, BCCI ने यह भी घोषणा की कि वह भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार वितरित करेगा।
- आईपीएल के लिए चेन्नई सुपर किंग्स की फ्रेंचाइजी ने भी नीरज को दस लाख रुपये का इनाम देने का फैसला किया है।
- इंडिगो ने यह भी घोषणा की है कि वह नीरज चोपड़ा को एक साल के लिए मुफ्त असीमित यात्राएं देगी।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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