No Caste No Religion Certificate Apply kaise kre : जब भी हम किसी प्रकार का सरकारी नौकरी का आवेदन पत्र हो गया कोई अगर डॉक्यूमेंट हमें बनाना है तो वहां पर आपने उन्हें देखा होगा। कि वहां पर जाति और धर्म दो प्रकार के कलम बने होते हैं। जिनमें हमें अपना विवरण डालना होता है कि हम किस जाति या धर्म से संबंध रखते हैं। ऐसे में तमिलनाडु की एक महिला वकील पहली भारतीय बन गई हैं जो आधिकारिक तौर पर किसी जाति या धर्म से संबंधित नहीं हैं। इसके के बाद से ही भारत में इस बात की चर्चा होनी शुरू हो गई है कि सरकार को भी इस प्रकार के सर्टिफिकेट ऑफिसर तौर पर जारी करनी चाहिए ताकि समाज में जो जाति धर्म को लेकर लोगों के बीच में मनमुटाव या भेदभाव हाय उसे समाप्त किया जा सके। अब आपके मन में सवाल तो जरूर आएगा कि आप no caste no religion सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई कैसे करेंगे उसकी प्रक्रिया क्या है अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त में जाते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आगे तक पढ़े-
नो कास्ट नो धर्म certificate एक प्रकार का ऐसा प्रमाण पत्र जो इस बात को साबित करता है। कि आप किसी भी जाति या धर्म से संबंध नहीं रखते हैं ना आपकी कोई विशेष जाती है इस सर्टिफिकेट को पाने के बाद आप जब भी किसी प्रकार के सरकारी नौकरी में आवेदन करेंगे या अगर आपको कोई सरकारी डॉक्यूमेंट बनाना है । तो आपको अगर वहां पर पूछा जाए कि आप किसी धर्म या जाति के हैं तो आपको उसके बदले इस सर्टिफिकेट का अगर वहां पर प्रस्तुत कर देते हैं तो आप आसानी से सरकारी नौकरी में आवेदन कर पाएंगे और डॉक्यूमेंट भी बना पाएंगे या के प्रकार का एक सरकारी प्रमाण पत्र ही होगा। अभी तक इसे केरल और महाराष्ट्र के गवर्नमेंट के द्वारा जारी किया गया है आगे चलकर दूसरे राज्य में भी इस प्रकार की प्रक्रिया शुरू हो सकती है I
No caste no religion certificate सबसे पहले तमिलनाडु में काम करने वाली एक वकील स्नेहा को मिला है सैनी गाने एक अखबार को इंटरव्यू में बताया कि भारत में हर एक व्यक्ति को अपना जाति प्रमाण पत्र या धर्म के बारे में जानकारी देना आवश्यक है अगर वह किसी प्रकार का सरकारी आवेदन पत्र या कोई डॉक्यूमेंट है उसे बनाना है तो उसे इस बात का विवरण देना होता है कि वह किस जाति का या धर्म का है इसके अलावा स्नेहा बताती हैं कि उनके माता-पिता शुरुआती दिनों से एक बात को मानते हैं कि वह किसी भी जाति या धर्म के नहीं है और वह किसी भी प्रकार के सरकारी डॉक्यूमेंट में इस बात का भी विवरण नहीं देते हैं I इस प्रकार के सर्टिफिकेट में श्री किस बात का विवरण होगा कि आप एक भारतीय हैं।
दोस्तों इसके लिए अभी तक कोई प्रमाणित वेसीते या कोई procedure तो नहीं है । इस लिए स्नेहा ने इसके लिए लम्बी क़ानूनी लड़ाई लड़ी है । तब जाके 9 वर्ष बाद यह यह No Caste No Religion Certificate प्रपात किया है । तो स्नेहा ने यह No Caste No Religion Certificate kaise liya निचे जानते है :-
एक विशिष्ट पहचान के लिए अपनी खोज को याद करते हुए, स्नेहा ने कहा कि उन्होंने 2010 में नो धर्म, नो कास्ट सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया था। जब जाति और धर्म को मानने वालों के पास सर्टिफिकेट है तो हम जैसे लोगों को सर्टिफिकेट क्यों नहीं जारी करते?” उसने तर्क दिया।
लेकिन अधिकारी इसे किसी न किसी कारण से खारिज करते रहे। कुछ ने कहा कि देश में कोई कानून नहीं है । 2017 में मैंने अपना पक्ष रखना शुरू किया और मैंने कहा कि जो मैं बोल रहे हैं उस पर आप लोगों को विचार जरूर करना चाहिए। आखिरकार तिरुपत्तूर की उप-कलेक्टर बी प्रियंका पंकजम ने स्नेहा के स्कूल और कॉलेज के दस्तावेजों को सत्यापित करने के अनुरोध पर अपनी सहमति दे दी
स्नेहा और उनके प्रोफेसर पति के. पार्थिबा राजा अपनी तीन बेटियों के स्कूल आवेदन फॉर्म के ‘जाति’ और ‘धर्म’ कॉलम को भी खाली छोड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी जांचा है कि क्या उसने आरक्षण या सरकारी योजना से कोई लाभ उठाया है। पूरी छानबीन के बाद बाद जब कोई ऐसी बात सामने नहीं आई तो आखिर इनको No caste no religion certificate जारी कर दिया ।
इस प्रकार आने वाले समय में भारत में भी इस प्रकार के सर्टिफिकेट बनाने के नियम और कानून लागू किए जाएंगे ताकि भारत में जाति धर्म के भेदभाव को दूर किया जा सके।
How to apply No Caste no Religion certificate :- दोस्तों अभी के लिए तो इसके लिए कोई किसी भी राजय या सेंटर सर्कार के दुवारा को वेबसाइट नहीं है । हाँ जिन्हो ने भी नो कास्ट नो रिलिजन सर्टिफिकेट हासिल किया है डायरेक्ट तहसीलदार के पास आवेदन करके ही लिया है । हाँ अगर आप भी No Caste No Religion Certificate के लिए अप्लाई krna चाहते है तो आप सिंपल पेपर पर आपने एप्लीकेशन लिख के आपने तहसीलदार कार्यालय में जमा करा सकते है ।
ध्यान रखे अगर आप No Caste No Religion Certificate के लिए अप्लाई करना चाहते है तो आप पहले से कोई जाती या धर्म के नाम में रखवाकरन का benefit न ले रहे हो, नहीं तो आपका No Caste No Religion Certificate application reject हो सकता है ।
तमिलनाडु की एक महिला वकील पहली भारतीय बन गई हैं जो आधिकारिक तौर पर किसी जाति या धर्म से संबंधित नहीं हैं। न तो तिरुपत्तूर की रहने वाली 35 वर्षीय स्नेहा और न ही उसके माता-पिता जाति या धर्म को मानते हैं।
MA Sneha Parthibaraja। एमए स्नेहा पार्थिबराजा, 36, तिरुपत्तूर (वेल्लोर) में एक वकालत करने वाली वकील हैं, जब उन्होंने ऐसा करने वाली पहली भारतीय होने के नाते कोई जाति, कोई धर्म प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं किया था।
9 वर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको देश में आने वाले दिनों में No Caste No Religion Certificate लेने की होड़ लगने वाली है । जिसकी शुरुआत वकील एमए स्नेहा पार्थिबराजा ने No Caste No Religion Certificate लेने के बाद शुरू होने वाली है । आप भी आपने लिए No Caste No Religion Certificate apply कर सकते है । No Caste No Religion Certificate kya hai ? No Caste No Religion Certificate Apply kaise kre ? अदि के बारे में विस्तार से बताया है । आप आपने सवाल और सुझाव निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे । धन्यावाद।
क्रिकेट सट्टेबाजी एक प्रचलित मनोरंजन और पैसे कमाने का एक सुनहरा मौका हो सकता है,…
नमस्कार दोस्तों , अगर आप पैसे दे के लाटरी टिकट Buy करते थे तो यह…
हेलो दोस्तों, आज कल सबके पास Gmail Account होना आम बात है । किसी किसी…
How to Check Aadhaar Card usage History :- हेलो दोस्तों आज कल सब जगह Proof…
अरे यह भी कोई बताने की बात है? वैसे भी लड़को को सब पता होता…
हेलो दोस्तों, बहुत से लोग यही सोचते रहते है के उसने iPhone Buy कर लिया…