Noida Supertech Twin Tower Case in Hindi :- हेलो दोस्तों, मीडिया और अखबारों में Twin tower noida in hindi me, Noida Twin Tower giraya jayega , इसकी सुर्खियां काफी तेजी के साथ चर्चा का विषय बनी हुई है ऐसे में आप लोगों के मन में सवाल भी आता होगा कि आखिर में Noida Twin Tower kya hai ? Twin Tower Noida Case kise case hua और Twin Tower Demolition Final Decision कैसे हुआ ? Noida Twin Tower Demolition kaise hoga? अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आर्टिकल को आखिर तक पढ़ेंगे आइए जाने-
Super Tech Company के द्वारा नोएडा सेक्टर 93एन दो टावर का निर्माण किया गया है जिसे Twin Tower के नाम से जाना जाता है I इन टावरों की ऊंचाई 100 मीटर है I यह टावर में कुल मिलाकर 32 मंजिला है I
2/802, ATS Greens Village, Sector 93A, Noida, Uttar Pradesh 201304
“This Building will Demolishing at 28th August 2022 by Edifice Engineering in the Order of Supreme Court of India”
Noida Twin Tower Noida Under Supreme Court Case
Super Tech Twin Tower Noida का निर्माण गैर कानूनी तरीके से किया गया इसके बाद इस टावर के खिलाफ कुछ लोगों ने Supreme Court में जाकर याचिका दायर की थी I जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि Twin Tower Noida demolition kiya jae .
ऐसे में 22 मई को इस टावर को गिराया जाना था, लेकिन इतने कम समय में इतने बड़े टावर को गिरा पाना संभव नहीं था इसके बाद जिस कंपनी को इस टावर को गिराने का कॉन्ट्रैक्ट मिला था उसमें सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट से 3 महीने का समय मांगा जिसके बाद अब Twin Tower Noida Demolition 28 August 2022 को होगा।
3700 किलो विस्फोटक से गिरेगा सुपरटेक ट्विन टावर | Supertech Twin Tower Demolition Details in Hindi
जांच में, सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि सुपरटेक ने इन टावरों का निर्माण करते समय निर्माण शर्तों का गंभीर उल्लंघन किया था। इन दोनों टावरों का निर्माण 2009 में शुरू हुआ था। इन दोनों टावरों में 950 से ज्यादा Flats बनने थे। हालांकि, कई खरीदारों ने दावा किया कि SuperTech Twin Tower building Plan me Changes किया गया था और 2012 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में Noida Twin Tower Builder against Case कर दिया गया था।
2014 में, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने Twin Tower Noida को अवैध घोषित किया और Twin Tower Demolition करने का आदेश दिया। उन्होंने नोएडा अथॉरिटी को भी जमकर फटकार लगाई। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। शुरुआत में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया था, लेकिन बाद में Supreme Court ने भी इसे गिराने का आदेश दिया।
आंकड़ों के मुताबिक इसमें 633 लोगों ने अपार्टमेंट बुक किए थे। उनमें से 248 लोगों ने Refund लिया और लगभग 133 खरीदारों को अन्य परियोजनाओं पर घर मिला। लेकिन सभी खरीदारों में से 252 ऐसे लोग हैं जिन्हें रिफंड नहीं मिला या उन्हें किसी अन्य प्रोजेक्ट में ट्रांसफर किया गया, यानी उनका निवेश इस प्रोजेक्ट में बना रहा।
High कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई करीब 7 साल तक चली। 31 अगस्त, 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक को बड़ा झटका देते हुए निवासियों के पक्ष में फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि तीन महीने के भीतर दोनों टावरों को गिरा दिया जाए। लेकिन उस दौरान इसे गिराया नहीं जा सकता।
इसके बाद इसकी तारीख बढ़ाकर 22 मई 2022 कर दी गई, लेकिन तैयारी अभी भी पूरी की जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में टावर को गिराने वाली कंपनी को 3 महीने का और समय दिया है. इस समय सीमा के अनुसार, उन टावरों को 21 अगस्त, 2022 को ध्वस्त किया जाना था, लेकिन उसके बाद टावर विध्वंस कंपनी एडफिस इंजीनियरिंग को एनओसी नहीं मिली। इसलिए इसे एक और सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है और 28 अगस्त को टावर को गिरा दिया जाएगा।
Supertech Noida Twin Tower गिराने का काम एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी के द्वारा किया जाएगा कंपनी के मुताबिक अगर इस टावर को गिराया जाएगा। तो लगभग 3 हजार ट्रक मलबा निकलेगा। इस मलबे में लगभग 4 Thousand Ton तो स्टील प्राप्त होगा। इस मलबे को साफ करने के लिए 3 महीने का समय लगेगा एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट उत्कर्ष मेहता इस बात की सूचना दी है। Twin Tower Noida Demolition से जो भी मलवा प्राप्त होगा उसकी कीमत 13 crore तक होगी। वहीं Twin Tower Noida Demolition Cost लगभग 17.55 crore रुपए का खर्च आएगा। Twin tower Noida Girane ke Lie 3700 किलो Ton विस्फोटक इस्तेमाल किया जाएगा और इन इन सब का खर्च Twin Tower Noida owner Supertech उठा रही है।
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ट्विन टावर को गिराने का एडिफिस एजेंसी के द्वारा किया जा रहा है I टावर के पास जितने भी घर है अगर उनको नुकसान होता है तो इसको ध्यान रखते हुए कंपनी में 100 करोड़ का insurance करवाया था कि आसपास अगर किसी भी घर या फ्लैट को कोई क्षति पड़े तो उसका पैसा दिया जा सके।
एमरैल्ड कोर्ट और एटीएस Green village दो ऐसे टावर है जिन का बीमा करवाया गया। वहीं ट्विन टावर के आसपास कुछ और भी टावर है, जिनको इस बात का डर है कि जब या टावर गिरा जाएगा तो ऐसे टावर को भी क्षति पहुंच सकती है। इस के संदर्भ में कंपनी ने इस बात का आश्वासन दिया है, कि आसपास के टावर को कोई भी नुकसान नहीं होगा और जो भी व्यक्ति स्लाइड में जाते हैं उनको कोई दिक्कत ना हो इसलिए इन टावरों को ढक दिया गया है। ताकि जब इस टावर को गिराया जाएगा तो उसका कोई मलवा इस पर जाकर ना गिर जाए।
जिस दिन Supertech Twin Tower को गिराया जाएगा उसके आसपास यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने का दायित्व ट्रैफिक विभाग का होगा 28 अगस्त को सुबह 7:00 बजे सियान और एपेक्स के आसपास कोई ट्रैफिक नहीं होगा। और वही उन घर में रहने वाले व्यक्ति को घर से बाहर जाने के लिए कहा जाएगा उसके बाद इन टावर में किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा टावर जाने वाली कंपनी का कहना है कि 2:30 घंटे में विस्फोटक के द्वारा इसी टावर को गिराया जाएगा।इसके अलावा यहां पर जो भी आवारा पशु से आते हैं उनको भी यहां से हटा दिया जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि उस दिन यहां से एंबुलेंस जाने का परमिशन रहेगा क्योंकि यह इमरजेंसी सर्विस है।
Supertech Limited: The Company Behind Supertech Twin Towers . 32 साल पहले आर के अरोड़ा ने ऐतिहासिक परियोजनाओं के निर्माण के लिए एक रियल एस्टेट कंपनी की स्थापना की। सुपरटेक लिमिटेड नाम की कंपनी ने प्रमुख शहरों में अग्रणी परियोजनाएं दी हैं।
टावरों के अवैध निर्माण और मानदंडों के उल्लंघन के कारण विध्वंस का आदेश दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 2014 के फैसले को बरकरार रखा, जिसमें निर्देश दिया गया था कि इन दो अवैध रूप से निर्मित टावरों में से प्रत्येक को चार महीने की अवधि में नीचे लाया जाए।
अदालत के आदेश के अनुसार, नोएडा द्वारा 26 नवंबर 2009 और 2 मार्च 2012 को टी-16 और टी-17 के निर्माण के लिए दी गई मंजूरी एनबीआर 2006, एनबीआर 2010 और एनबीसी 2005 के तहत न्यूनतम दूरी की आवश्यकता का उल्लंघन है। इस प्रकार , टावरों को तोड़ा जा रहा है क्योंकि वे “अवैध रूप से निर्मित” किए गए हैं
New Okhla Industrial Development Authority
The Supertech twin towers – Apex
28 अगस्त को सुबह 7:00 बजे
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको Noida Supertech Twin Tower Demolition reason in hindi ? Twin Tower Noida Case History in Hindi ? twin tower noida kyu giraya jayega ? twin tower noida owner name ? twin tower noida case in hindi ? अदि के बारे में पूरी जानकारी मिल है । तो अगर आपका की अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर साकेत है। हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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