Online registration for child Adoption :- हेलो दोस्तों जाए के आप जानते है के हमने अपने पिछले आर्टिकल में आपको india में बच्चा गोद लेने के legal process क्या है ? baccha god lene के लिए legal प्रोसेस क्या है? कौन , कहा, कैसे बच्चा गोद ले सकता है । आज हम इस आर्टिकल में आपको बच्चा गोद लेने के लिए Online registration for child adoption कैसे करे की पूरी जानकरी देने जा रहे है ।
बच्चा गोद लेने के कोई भी अप्लाई कर सकता है । इसके लिए आप Online registration for child adoption भी फाइल कर सकते हो ।पर निचे बताई शर्ते पूरी होती हो :-
इसके बारे में डिटेल जानकरी के लिए हमारे पिछले आर्टिकल पर जाए । वह आपको बच्चा गोद लेने का तरीका क्या है ? कौन , कैसे , किस्से बच्चा गोद ले सकता है । Child adoption types क्या है । पूरी जानकरी के लिए निचे क्लिक करे :-
अगर आप किसी बच्चा को गोद लेना चाहते हो तो आप तो तरिके से गोद ले सकते है :-
CARA जो के बच्चा गोद देने को सेंट्रल एजेंसी है । वही पर SARA राजय लेवल पे baccha god dene की एजेंसी है । आप दोनों में से किसी के पास भी आपने Child adoption application submit कर सकते है । दोनों ही संस्था छोड़े हुए , अनाथ , परिवारिक सहमति से बच्चा गोद लेने – देने दे आपकी मदद करती है । दोनों ही सरकारी संस्था है तो काम भी लीगल होता है । इस तरह से आपको किसी भी baccha god lene ke legal process में भी दिकत नहीं आती । CARA की वेबसाइट पर जा के आप child adoption application Online register कर सकते हो ।
हल में तो india में baccha god लेने के लिए 2 अधिनियम हैं। जिसके बारे में हम निचे बता रहे है :-
जैसे के नाम से ही ज्ञात होता है यह Hindu Adoption and Maintenance Act, 1956 (HAMA) केवल हिन्दू परिवारों के लिए ही है । HAMA Act 1956 के तहत कोई भी हिन्दू फैमली किसी दूसरे हिन्दू फैमली को Baccha god de सकती है । पर इसके लिए कुछ शर्ते है :-
HAMA Act के तहत अदालत की अनुमति तब देती है जब बच्चे की मां- पिता की मृत्यु हो जाती है या वे संन्यासी हो जाते हैं। इसके अलावा, अगर माता-पिता बच्चे को छोड़ देते हैं या अदालत बच्चे के माता-पिता दोनों को मानसिक बीमार घोषित कर दिया जाता है , तो अदालत को बच्चे को गोद लेने के लिए अनुमति देता है । इस कानून के तहत 15 वर्ष की आयु तक ही बच्चे को गोद लिया जा सकता है।
यह latest child adoption Act है । इस Juvenile Justice (Care & Protection of Children) Act, 2015 धर्मनिरपेक्ष अधिनियम के रूप में भी जाना जाता है जो के Care & Protection of Children rules के अंडर आता है। इसके तहत कोई भी , किसी धर्म का विवाहित जोड़ा या कोई अकेला व्यक्ति baccha god le सकता है।
हाँ ,अगर कोई विदेशी , NRI या बाहर का कोई बच्चा गोद लेना चाहता है तो उसको भी इसी JJ Child adoption Act 2015 के तहत ही लीगल पृकिर्या पूरी करना होता है ।
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अब आप भी baccha god lene में interested है तो सबसे पहले आपको आपने नजदीकी Baccha god देने वाली संस्था को ढूंढना होगा। आपने nearest child adoption agency find करना बहुत आसान है । इसके लिए आपको कहि जाने की जरूरत नहीं है ।Search Adoption Agency online ही find करने के लिए निचे दिए स्टेप फॉलो करे :-
बच्चा गोद लेने के लिए आप ऑनलाइन रजिस्टर कर सकते है । यहां पर हम आपको baccha god registration online application कैसे फिल करे के बारे में बताने जा रहे है । Baccha god lene online registration के लिए निचे दिए स्टेप फॉलो करे :-
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वैसे तो Adoption regulation 2017 की अनुसूची षिव में सभी कामो के लिए समय निर्धारित किया गया है । पर यह आपके बच्चा चुनने , लेने वाले और देने वाले बच्चो की availability के ऊपर depend होता है । प् रफिर भी निचे दिए अनुसार समय सीमा है :-
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दत्तक ग्रहण विनियम 2017 के अनुसार आपको बच्चा गोद लेने के लिए निचे दिए अनुसार चार्ज देना होता है :-
नहीं, आप सीधे बच्चे को गोद नहीं ले सकते।
द्वितीय यदि आप किसी परित्यक्त बच्चे को देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता में पाते हैं, तो आप निम्न में से किसी से भी संपर्क कर सकते हैं
(ए) चाइल्ड लाइन (टोल फ्री नंबर-1098)
(बी) स्थानीय पुलिस
(सी) कोई विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी (एसएए)
(डी) बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी)
(ई) जिला बाल संरक्षण इकाई (डीसीपीयू)।
नोट: ऐसा करने में विफल रहने पर 6 महीने की कैद या 10,000 रुपये का जुर्माना या के दंड का प्रावधान हो सकता है।JJ Act, 2015 की धारा 32, 33, 34 के अनुसार।
नहीं, जाति, जन्म की तारीख और समय आदि जैसे विवरण आमतौर पर अनाथ या परित्यक्त के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं।
नहीं, रंग और विशेषताओं के आधार पर मिलान नहीं किया जाता है।आपको बच्चा आपने Online child adoption application में दिए गए डिटेल रेफरल पसंदीदा उम्र, लिंग, पीएपी द्वारा चुने गए राज्य के आधार पर दिखाया जाएगा।
हां, किशोर न्याय अधिनियम (सी एंड पीसी), 2015 के तहत किसी भी धर्म के पीएपी बच्चे को गोद लेने के पात्र हैं।
1) दत्तक ग्रहण की परिभाषा के अनुसार, गोद लिया हुआ बच्चा दत्तक माता-पिता की वैध संतान है, जिसके पास एक जैविक बच्चे के समान अधिकार, विशेषाधिकार और जिम्मेदारियां है।
2)जैसा कि न्यायालय द्वारा गोद लेने का आदेश जारी किया जाता है, दत्तक माता-पिता बच्चे के माता-पिता बन जाते हैं।
3) जैविक बच्चे पर लागू होने वाले विरासत कानून गोद लिए गए बच्चे पर लागू होंगे।
हां, एकल माता-पिता गोद ले सकते हैं। एक अकेला पुरुष एक लड़के को गोद ले सकता है लेकिन एक लड़की को नहीं.
हां, JJ(सी एंड पीसी) अधिनियम 2015 के तहत जाति या धर्म के आधार पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
हाँ, यदि आप बच्चे के चाचा या चाची, मामा या चाची, या दादा-दादी हैं या नाना-नानी तो आप दत्तक ग्रहण विनियमों की धारा 51 और 53 के अनुसार गोद ले सकते हैं।
नहीं, नवजात शिशु को गोद नहीं लिया जा सकता। प्रत्येक बच्चे को गोद लेने के लिए उन्हें कानूनी रूप से मुक्त घोषित करने की आवश्यकता होती है।
किशोर न्याय (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत बाल कल्याण समिति के माध्यम से गोद लेने के लिए प्रक्रिया को पूरा होने में आमतौर पर कम से कम दो महीने लगते हैं। इसलिए किसी भी नवजात बच्चे को नहीं रखा जा सकता है।
हां, जैविक माता-पिता (माता-पिता) द्वारा पूर्व विवाह से अभ्यर्पित पति या पत्नी के बच्चे, हो सकते हैं सौतेले माता-पिता द्वारा अपनाया गया।
यदि बच्चे की कस्टडी पर मुकदमा चल रहा है, तो गोद लेने की प्रक्रिया उसके बाद ही शुरू की जाएगी। दत्तक ग्रहण विनियम 2017 के विनियम 52 का संदर्भ लें।
हां, जैविक बच्चों वाले परिवार गोद ले सकते हैं। तीन या अधिक बच्चों वाले जोड़े नहीं होंगे
नहीं, एक बार गोद लेने का आदेश दिए जाने के बाद, जैविक माता-पिता का बच्चे के साथ कोई कानूनी संबंध नहीं होता है।
नहीं, दत्तक ग्रहण Act के नियम 18 और अनुच्छेद 23 के अनुसार Article 2017, भारतीय न्यायालय के न्यायालय के आदेश के बाद CARA द्वारा जारी किया गया अनुरूपता प्रमाण पत्र सभी जगह मान्य होगा ।
प्रक्रिया को पूरा होने में आमतौर पर कम से कम दो महीने लगते हैं। इसलिए, प्रक्रिया पूरी होने से पहले किसी नवजात बच्चे को गोद लेने के लिए नहीं रखा जा सकता है।
हम आशा करते हैके इस आर्टिकल से आपको Baccha god लेने का क़ानूनी रूल्स और Act क्या है ? यह पर हमने Hindu Adoptions and Maintenance एक्ट, 1956 (HAMA) और Juvenile Justice (Care and Protection of Children) Act, 2015 जिसको JJ Act भी खा जाता है बारे में विस्तार से चर्चा की है । इसके इलावा हमने आपने nearest Child Adoption society find कैसे करे के बारे में जाना है । आपको online file application for child adoption कैसे करते है के बारे में भी जानकरी मिल गयी होगी । इसी प्रकार की किसी और जानकारी के साथ अगले आर्टिकल में मिलेंगे । आप अपने सवाल और सुझाव निचे कमेंट कर सकते हो । ज्यादा जानकरी के लिए हमारे साथ सोशल मीडिया पर जुड़े ।धन्यवाद।
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