क्या है इस पोस्ट में ?
Political party donation rules :- भारत लोकतान्त्रिक देश है और चुनाव हर वर्ष आते जाते रहते है , पर कोई भी चुनाव हो पार्टिया आपने चुनाव प्रचार के लिए बहुत ही ज्यादा पैसे खर्च करती है । पर चुनाव प्रचार के लिए इतने पैसे आते कहाँ से है ? Political Party funding rules in India ? किस Political party ko fund dene के लिए नियम है ? कितना पैसा cash political donation de सकते है ? Rajnitak Party chanda ke bare me complete जानकारी के इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़े ।
राजनीतिक दलों को मतदाताओं तक पहुंचने, अपनी नीतियों की व्याख्या करने और लोगों से इनपुट प्राप्त करने , अपनी advertisement करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। और ऐसा करने के लिए, पार्टियां राजनीतिक दल के फंडिंग का सहारा लेती हैं। इस फंडिंग के प्राथमिक स्रोतों में से एक व्यक्तियों द्वारा दिया गया स्वैच्छिक योगदान है। इसके अलावा, कॉरपोरेट पार्टियों को अलग-अलग रूपों में भारी चंदा देते हैं। विदेशी सहायता एक अन्य स्रोत है। पर कितना फंडिंग लीगल है कितना गैर क़ानूनी? यह बहुत ही चिंता का विषय है ।
Political Party Donation
पॉलिटिकल फंडिंग क्या है? Political Party Funding
- राजनीतिक पार्टी आपने अभियान और नियमित गतिविधियों के वित्तपोषण के पैसे जुटाने के लिए चंदा लेते है , जिसको पॉलिटिकल फंडिंग कहा जाता है ।
- एक राजनीतिक दल को अपने लिए वोट पाने के लिए अपने उद्देश्यों, अपने इच्छित कार्यों को पिच करने के लिए धन की आवश्यकता होती है।
कानूनी शर्तें – Political Party donation Rules and Law
Section 29B
इस Section 29B Donation Act के तहत पार्टियों को सरकारी कंपनी को छोड़कर किसी भी व्यक्ति या कंपनी द्वारा स्वैच्छिक योगदान स्वीकार करने का अधिकार देती है।
Section 29C
आरपीए की धारा 29सी राजनीतिक दलों को 20,000 रुपये से अधिक के चंदे की घोषणा करने के लिए बाध्य करती है। इस तरह की घोषणा एक रिपोर्ट बनाकर और उसे चुनाव आयोग को जमा करके की जाती है। समय पर ऐसा करने में विफलता एक पार्टी को आयकर अधिनियम, 1961 के तहत कर राहत से वंचित करती है।
भारतीय राजनीतिक दल धन जुटाने के लिए जिन तरीकों का इस्तेमाल करते हैं
Individual Persons
- RPA की Section 29 B राजनीतिक दलों को व्यक्तिगत व्यक्तियों से चंदा प्राप्त करने की अनुमति देती है।
State/Public Funding
यहां, सरकार चुनाव संबंधी उद्देश्यों के लिए पार्टियों को धन प्रदान करती है। राज्य अनुदान दो प्रकार का होता है:-
- Direct Funding: सरकार राजनीतिक दलों को सीधे धन उपलब्ध कराती है। डायरेक्ट फंडिंग टैक्स रूल्स के मुताबिक प्रतिबंदित है ।
- Indirect Funding: इसमें डायरेक्ट फंडिंग को छोड़कर अन्य तरीके शामिल हैं, जैसे मीडिया तक मुफ्त पहुंच, रैलियों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मुफ्त पहुंच, मुफ्त या रियायती परिवहन सुविधाएं। भारत में Indirect तरीके से इसकी अनुमति है।
Corporate Funding
भारत में, कॉरपोरेट निकायों द्वारा दिया गया दान कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत नियंत्रित होता है । अधिनियम की धारा 182 में प्रावधान है कि:-
- एक राजनीतिक दल को दान करने में सक्षम होने के लिए एक कंपनी को कम से कम तीन वर्ष पुराना होना चाहिए।
- कंपनियां एक साथ तीन पिछले वित्तीय वर्षों के दौरान किए गए औसत शुद्ध लाभ का 7.5% तक दान कर सकती हैं।
- इस तरह के योगदान का खुलासा कंपनी के लाभ और हानि खाते में किया जाना चाहिए।
- योगदान के लिए निदेशक मंडल की स्वीकृति प्राप्त करने की आवश्यकता है।
- यदि कोई कंपनी उक्त प्रावधानों का उल्लंघन करती है, तो उसे योगदान की गई राशि का 5 गुना तक जुर्माना देना पड़ सकता है और कंपनी के प्रत्येक अधिकारी जो चूक में है, को कारावास से दंडित किया जाएगा, जिसे छह महीने तक बढ़ाया जा सकता है।
नोट: सरकार ने वित्त अधिनियम 2017 के तहत राजनीतिक दलों को कॉर्पोरेट योगदान पर 7.5% की सीमा (सात दशमलव स्थान और पांच प्रतिशत) को हटा दिया। इसी कानून ने निगम के खाते के लाभ और हानि में इस तरह के योगदान की रिपोर्ट करने के दायित्व को भी समाप्त कर दिया।
Electoral Trusts
- Election Commission Guidelines के अनुसार, जनवरी 2013 के बाद गठित सभी चुनावी ट्रस्टों को प्राप्त और वितरित किए गए धन के विवरण की रिपोर्ट करना आवश्यक है।
- केंद्र सरकार के नियमों अनुसार कोई भी कंपनी आपने राजस्व का 95% हिस्सा आपने किसी भी पसंदीदा पार्टी को डोनेट कर सकते है .
राजनीतिक चंदे से संबंधित मुद्दे – Political Party donation Points
- कॉरपोरेट फंडिंग का सबसे बड़ा नुकसान काले धन को रूट करने के लिए नकली कंपनियों का इस्तेमाल होता है
- राजनीतिक दलों पर लोगों और कंपनियों का प्रभाव, जिन्हें वे धन मुहैया कराते हैं।
- भारतीय नियमों में कई तरह की खामियां हैं, जिनका फायदा राजनीतिक दल किसी भी तरह की रिपोर्टिंग से बचने के लिए उठाते हैं।
- धन के छिपे हुए स्रोतों से चुनाव अभियानों में धन का अधिक खर्च होता है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है।
- मीडिया में आपने प्रभाव पैदा करके लोगो को गुमराह करना और नाकामियों को छुपाना
किसी राजनीतिक पार्टी को डोनेशन देने के लिए रूल्स – Political Party donation Rules
- किस भी राजनीतिक पार्टी को 2000 रुपए तक का Cash Donation दिया जा सकता है ।
- 2000 रुपए से ज्यादा का डोनेशन ऑनलाइन ट्रांसफर करना होता है।
- अगर कोई 20 हजार रुपए से ज्यादा का डोनेशन देता है उसकी डिटेल इलेक्शन विभाग को देनी होती है ।
- कोई भी कॉर्पोरेट कंपनी आपके लाभ का 95% हिस्सा किस पार्टी को चंदे के रूप में दे सकती है ,पर शर्त है के वह कंपनी 3 वर्ष पुराणी हो ।
- मार्च, 2018 में, सरकार ने विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम, 2010 में एक महत्वपूर्ण संशोधन पारित किया, जिससे विदेशी कंपनियों को भारत में राजनीतिक दलों को धन देने की अनुमति मिली।
- सरकार ने देश में राजनीतिक फंडिंग की व्यवस्था को स्थापित करने और उसे साफ करने के लिए 2 जनवरी 2018 को चुनावी बांड योजना की शुरुआत की ।
Electoral Bond क्या होता है ?
इलेक्टोरल ट्रस्टों को कॉरपोरेट संस्थाओं द्वारा राजनीतिक दलों को प्रदान किए जाने वाले फंड में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इलेक्टोरल ट्रस्ट का उद्देश्य कोई लाभ प्राप्त करना या अपने सदस्यों या योगदानकर्ताओं को कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष लाभ देना नहीं है।
- चुनावी बांड राजनीतिक दलों को चंदा देने का एक वित्तीय साधन है।
- बांड रुपये के गुणकों में जारी किए जाते हैं। 1,000, रु. 10,000, रु. 1 लाख रु. 10 लाख और रु. बिना किसी अधिकतम सीमा के 1 करोड़।
बीजेपी को चंदा कैसे दे – Make a Donation to BJP Party
बीजेपी को चंदा देने के लिए आप डायरेक्ट BJP official website पर जा सकते है । Click Here BJP Donation Link :- https://www.bjp.org/membership/en/home/donation
कांग्रेस को चंदा कैसे दे – Make Donation to Congress Party
कांग्रेस को डोनेशन देने के लिए भी Indian National Congress ने अपनी official website पर जा सकते है । Click here Congress Donation Link :- https://pages.razorpay.com/inc-donateN3RHe9hOx
आम आदमी पार्टी को चंदा कैसे दे – Make Donation to AAP Party
आम आदमी पार्टी ने भी online AAP Donation लेने के लिए अपना AAP Donation Link जारी किया है । Click Here AAP Donation Link :- https://donations.aamaadmiparty.org/
समाजवादी पार्टी को चंदा कैसे दे – Make Donation to Samajwadi party
Click Here samajwadi Donation Link :- https://www.samajwadiparty.in/donate/
स्रोमनी अकाली दाल पार्टी डोनेशन लिंक – Make Donation to Shiromani Akali Dal Party
Click Here shiromaniakalidal Donation Link :- https://www.samajwadiparty.in/donate/
सवाल जवाब (FAQ)
किस भी पार्टी को दिए पैसे को आम तौर पर पार्टी चंदा कहा जाता है । यह पैसा राजनीतिक पार्टी अपनी नीतियों को लोगो तक पहुंचने और लोगो को आपने तरफ आकर्षित करने के लिए करती है ।
इस तरह से मान्यता प्राप्त पार्टियों को अद्वितीय प्रतीक दिए जाते हैं जिनका उपयोग केवल उस पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार ही कर सकते हैं। जिन पार्टियों को ये विशेषाधिकार और कुछ अन्य विशेष सुविधाएं मिलती हैं, उन्हें इस उद्देश्य के लिए भारत के चुनाव आयोग द्वारा मान्यता दी जाती है। इसलिए इन दलों को मान्यता प्राप्त दल कहा जाता है।
Section 182 of the Companies Act, 2013 के तहत कोई भी सरकारी कंपनी किसी भी राजनीतिक पार्टी को डोनेशन नहीं दे सकती ।
एक व्यक्ति जो 18 वर्ष से कम उम्र का है, वह उम्मीदवारों और राजनीतिक समितियों में योगदान दे सकता है।
पार्टी कम से कम तीन अलग-अलग राज्यों से लोकसभा में 2% सीटें जीतती है। लोकसभा या विधान सभा के आम चुनाव में, पार्टी किन्हीं चार या अधिक राज्यों में 6% वोट प्राप्त करती है और इसके अलावा यह चार लोकसभा सीटें जीतती है। पार्टी को चार राज्यों में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता मिलती है।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको किस भी पॉलिटिकल पार्टी को चंदा देने और लेने के क्या नियम है ? Political Party Donation law and Act in india ? कितना पैसा cash donate दे सकते है किस राजनीतिक पार्टी को ? Electoral Trusts Donation kya hai ? party chanda kaise de ? All parties donation Links , Political Party donation Rules and Law अदि के बारे में जानकारी दी है । आप अपने सवाल और सुझाव निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे ।
धन्यावाद।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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