ghar se bedakhal karne ka tarika | Sampatti se Bedakhal karne ka tarika | बेदखल क्या है ? दहेज केस में कब बेटे को बेदखल करे ? क्या माता-पिता बेटे को अपने घर से निकाल सकते हैं? बेटे को जायदाद से बेदखल कैसे करें | बेदखली के लिए विनय पत्र | रूल ऑफ बेदखल इन हिंदी
हेलो दोस्तों, अपने बहुत बार अख़बार में बेदखली नोटिस देखे होंगे? के फला ने फला को अपनी चल अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया । क्या अपने सोचा है के यह बेदखल क्यों और कैसे करते है । क्या इसको करने के लिए कोई कनून भी है । हाँ , अगर आप यह जानने के लिए यह आए है तो हम आपको पूरी जानकारी देंगे । संपत्ति से बेदखल कैसे करते हैं के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़े ।
यदि आप किसी को अपने जीवन और संपत्ति से हटाना चाहते हैं, तो आपको उसके लिए कानूनी कार्रवाई करने की आवश्यकता है क्योंकि आप उस व्यक्ति को अपने जीवन और संपत्ति से हमेशा के लिए हटा देते हैं, हम इसे बेदखल या Disown कहते हैं। एक व्यक्ति किसी को भी बेदखल कर सकता है, जैसे के :-
दहेज़ लेना और देना दोनों अपराध है | Dahej lene aur dene ka law | Dowry Prohibition Act, 1961 PDF
यदि किसी पुत्र, पुत्री, भाई, बहन, पिता, पति या पत्नी ने कुछ गलत किया है और उन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है और आपको लगता है कि वह व्यक्ति उनके अवैध और असामाजिक कार्यों से उन्हें चोट पहुँचा सकता है। तो आप उसको बेदकहल कर सकते है। यदि यह व्यक्ति आपको परेशानी में डाल सकता है, तो आपके सामने वाला व्यक्ति घोषणा करता है कि इस व्यक्ति को बेदखल कर दिया गया है और इस व्यक्ति का अब उसके जीवन में कोई हिस्सा नहीं है। यदि भविष्य में यह व्यक्ति कुछ अवैध और असामाजिक करता है, तो उसकी कोई जिमेवारी नहीं होगी। वह जिम्मेदार है क्योंकि पुत्र अपने पिता की संपत्ति का स्वाभाविक दावेदार है। कभी-कभी संपत्ति विवाद होते हैं और वे अपराध के स्तर तक पहुंच जाते हैं। कभी कभी माता पिता नहीं चाहते के उनकी प्रॉपर्टी उसके बच्चो क हाथ में जाए तो वह उसको अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल कर देते है ।
वैसे देखा जाए तो ज्यादातर cases में बेदखल लोग तलाक या भरण पोषण का केस होने पर अपने आप को माता पिता की प्रॉपर्टी से बेदखल कराते है। ताकि तलाक़ केस में उसकी प्रॉपर्टी कहि उसकी पत्नी को न चली जाए ।
दोस्तों, यहां पर एक बात बहुत ही महत्पूर्ण है के कोई भी आपको चाहे आपका पिता हो, भाई – बहिन हो आपको आपकी पैतृक संपत्ति से बेदखल नहीं कर सकते। पैतृक संपत्ति मतलब आपने दादा परदादा की कमाई हुई प्रॉपर्टी । हाँ आपको अपनी स्वय अर्जित property से अवशय बेदखल कर सकते है ।
किसी को बेदखल करने के कई रस्ते है। हम आपको यह पर कुछ मेन Bedakhal kaise kre के तरिके बताने जा रहे है :-
यह बेदखल करने का सबसे पुराना, ज्यादा यूज़ होने वाल तरीका है । और थोड़ा आसान भी है । आप अपने वकील की माधयम से समाचार पात्र को EVICTED notice भेज सकते है।
इस नोटिस में लिखा है कि नोटिस देने वाला व्यक्ति संबंधित व्यक्ति को उसकी किसी भी अचल और निजी संपत्ति से निकाल रहा है. उसके बाद इच्छुक पक्ष का उससे किसी प्रकार का संबंध नहीं रहेगा। यदि वह कोई अपराध करते हैं, तो नोटिफ़ायर इसके लिए उत्तरदायी नहीं होगा। संबंधित व्यक्ति को भी नोटिस भेजा जा सकता है।
मैं अपने…. पुत्र…. निवासी… अपने पुत्र….एवं पुत्रवधु…. के गलत संगत में पड़ने के कारण मेरे कहने से बाहर है और उनसे अपना रहता ख़तम करता हूं। साथ ही उन्हें अपनी सभी चल एवं अचल संपत्ति से बेदखल करता हूं। भविष्य में उनके साथ लेन देन करने वाला खुद ज़िम्मेवार होगा।
नाम…
पुत्र….
पता….
General public is hereby informed that we ….. have disowned our son ….. along with his wife ….. from all our movable and immovable properties. We are not responsible for any of their actions
Name : …..
Address : …..
अगर आप अपने बेटे/बेटी या अपनी संपत्ति के कानूनी वारिस को हमेशा के लिए बेदखल करना चाहते हैं, तो आपको एक पंजीकृत वसीयत जारी करनी होगी, जिसमें यह स्पष्ट हो जाए कि आपकी संपत्ति के कानूनी उत्तराधिकारी कितने लोग हैं और उनमें से किसे बाहर रखा रहे है ।
ऐसे में आप अपने बेटे की चल संपत्ति भी वापस ले सकते हैं, अगर उसकी संपत्ति उसके पूर्वजों से विरासत में मिली है तो पिता अपने बेटे को बेदखल नहीं कर सकता। यदि माता-पिता उस संपत्ति का अधिग्रहण करते हैं, तो उन्हें अपने बच्चों में से एक या सभी बच्चों, चाहे बेटे हों या बेटी, को अपनी संपत्ति से बेदखल करने का पूरा अधिकार है।
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अगर बेदखलदार अभी भी संपत्ति नहीं छोड़ता है, तो क्या वे माता-पिता अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा दायर करके आपको बाहर निकाल सकते हैं अन्यथा सिविल कोर्ट केस के रूप में? 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग माता-पिता अपने न्यायालयों में वरिष्ठ अधिनियम के तहत उपायुक्त, उपायुक्त या जिला अधिकारी के पास या सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के पास जाकर ऐसा कर सकते हैं। इसमें आमतौर पर केवल 21 दिन लगते हैं।
Sampatti se Bedakhal karne ka tarika तो आप ने जान लिए अब आगे जानते है वैसे तो हम सभी जानते हैं कि ज्यादातर लोग अपने बेटे को बेदखल, दहेज केस में आपने प्रॉपर्टी और पैसा बचाने के लिए करते है। बहुत बार क्या होता है के बहु बेटे पर दहेज़ उत्पीड़न का केस कर देती है । इस मामले में बहु सास और ससुर पर भी दहेज़ केस कर देती है । जिसके चलते बहु पति से पैसे और गुजरा भत्ता का मन करती है । इसी से बचने के लिए माँ बाप अपने की बेटे को उसकी प्रॉपर्टी से बेदखल कर देते है , ताकि Property बची रहे ।
जिस प्रकार कोई व्यक्ति अपने किसी भी कानूनी वारिस को संपत्ति से बेदखल कर सकता है, उसी प्रकार संबंधित व्यक्ति की बेदखली को भी समाप्त किया जा सकता है। इसके लिए आपको समाचार पत्र में लिखित सूचना भी देनी होगी।
इसके अलावा आप वसीयत में बदलाव करके भी संबंधित कानूनी वारिस को अपनी संपत्ति में शेयरधारक बना सकते हैं। कई माता-पिता इस तरह अपने उत्तराधिकारी को खाली कर देते हैं और उसे अपनी संपत्ति का एक हिस्सा दे देते हैं।
यदि बच्चे बुजुर्गों और माता-पिता की देखभाल नहीं करते हैं, तो माता-पिता को हक़ है के वह अपनी दी गयी संपत्ति बेटे से वापिस ले सकते है । यदि बच्चे बुजुर्गों को देखभाल की गारंटी देकर संपत्ति को जब्त करने का प्रयास करते हैं, तो ऐसे मामले में भी वरिष्ठ संबंधित व्यक्ति उस संपत्ति को उसके नाम पर वापस कर सकता है।यह प्रावधान मेंटिनेंस एंड वेलफेयर आफ पेरेंट्स एंड सीनियर सिटीजंस एक्ट-2007 में शामिल है। आपको यह भी बता दें कि यह एक्ट असम, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गोवा, झारखंड, कर्नाटक, नागालैंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और त्रिपुरा में लागु है।
नहीं, पैतृक संपत्ति के कानूनी वारिस को बेदखल नहीं किया जा सकता है।
एक व्यक्ति अपने वास्तविक उत्तराधिकारी को अपनी स्व अर्जित संपत्ति से बेदखल कर सकता है।
संपत्ति के कानूनी उत्तराधिकारी को बेदखल करने के मुख्य 3 तरीके हैं:-
1) अखबार में नोटिस निकाल के
2) वसीयत बनाना
3) मुकदमा दायर करना।
हिन्दू दत्तक ग्रहण और अनुरक्षण अधिनियम, 1956, धारा 15 वैध दत्तक ग्रहण (Legal Adopt ) को रद्द नहीं किया जा सकता । जिसके चलते उसके पैतृक सम्पति में असल संतान जितना हक होता है । कोई दत्तक ग्रहण जो वैध रूप से किया गया था, दत्तक पिता या माता या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा रद्द नहीं किया जा सकता है, और न ही दत्तक बच्चा अपनी स्थिति का त्याग कर सकता है इस तरह और अपने जन्म के परिवार में वापस आ जाते हैं।
हम आशा करते के इस आर्टिकल से आपको किस को अपनी संपत्ति से बेदखल कैसे करते है ? Sampatti se Bedakhal karne ka tarika? क्या कोई भी किसी को भी अपनी अचल चल जायदाद से बेदखल कर सकता है ? कौन कौन से तरिके है बेदखल करने के ? बेदखली को वापिस लिया जा सकता है ? बेदखल करने के क़ानूनी प्रबधन क्या क्या है ? इसके इलावा आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे । धन्यावाद। Sampatti se Bedakhal karne ka तरीका
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