क्या है इस पोस्ट में ?
रूस ने यूक्रेन के साथ जंग का एलान कर दिया है । जिसके चलते भारत के लिए भी टेंशन बढ़ गया है । क्योके भारत के 18 हजार के करीब लोगो यूक्रेन में फस गए है । जिन्हो में से ज्यादातर Medical Students है । तो सवाल अब यह है । इंडिया इतना विकसित देश है तो Medical Study ke lie student Ukraine kyo jate hai ? हाँ जी , आपके इसी सवालों का जवाब हम आपको इस आर्टिकल में देने जा रहे है के आखिर Ukraine Medical Study Hub kyo hai।
ऑल इंडिया फ़ॉरेन मेडिकल ग्रैजुएट एसोसिएशन के अनुसार, हर साल 12,000 से 15,000 भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। इनमें से करीब 75 फीसदी फेल हो जाते हैं।
Indian Medical Student
India and Medical Study
ज़ाहिर है भारत जैसे देश में आज भी डॉक्टरी की डिग्री अच्छे रोज़गार की गारंटी मानी जाती हैं. भारत में 58,000 मेडिकल सीटों के लिए 10 लाख बच्चे इम्तिहान देते हैं. इतने जानलेवा कॉम्पिटिशन से छूटे बच्चों को निजी मेडिकल में पढ़ना ही बेहतर ही लगता है.
भारत में मेडिकल स्टडी जनि के MBBS करने वालो की अच्छी रोज़गार की गारंटी मानी जाती हैं। भारत में अभी एमबीबीएस की करीब 88 हजार सीटें हैं। जिसमें लगभग 8 लाख से ज्यादा उम्मीदवार बैठते है। यानी करीब 7 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों का डॉक्टर बनने का सपना हर साल अधूरा रह जाता है। इस Medical entrance paper से छूटे बच्चे बहार जाके पड़ना ही बेहतर समझते है ।
निजी कॉलेज में मेडिकल पढ़ाई का खर्च – MBBS Study Fees
जो विद्यार्थी इंडिया में गवर्नमेंट कालेज में अड्मिशन नहीं ले पते तो वह बहार प्राइवेट Collages का रुख करते है । कहाँ पर कितना फीस लगता है आइए निचे जानते है :-
- भारत में 1 करोड़
- अमेरिका में 8 करोड़
- ऑस्ट्रेलिया में 4 करोड़
- ब्रिटेन में 4 करोड़
- न्यूजीलैंड में 4 करोड़
- कनाडा में 4 करोड़
- यूक्रेन में मात्र 25 लाख रुपये

आखिर क्यों भारतीय यूक्रेन ही मेडिकल स्टडी के लिए जाते है – Why Indian Go to Ukraine for MBBS
यूक्रेन पूर्वी यूरोप का हिस्सा है। यह मोल्दोवा, पोलैंड, रूस, हंगरी, बेलारूस, स्लोवाकिया और रोमानिया के साथ लगती है। इसे देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक यहां बड़ी संख्या में आते हैं। वास्तव में, यूक्रेन भी भारतीय छात्रों के लिए एमबीबीएस अध्ययन के लिए सर्वश्रेष्ठ देशों में से एक बन गया है। दुनिया के सभी बेहतरीन विश्वविद्यालय मौजूद हैं, और उनमें से प्रत्येक में यूक्रेन में कई विश्वविद्यालय हैं। यहां की शिक्षा प्रणाली न केवल बहुत विकसित है, बल्कि यहां का बुनियादी ढांचा भी बहुत अच्छा है। यूक्रेन एक ऐसा देश है जिसकी साक्षरता दर 100 प्रतिशत है। ऐसे में मेडिकल छात्रों के लिए भी पर्याप्त अवसर हैं। इतना ही नहीं, यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई तुलनात्मक रूप से काफी बेहतर बताई जाती है। यहां से हर साल पूरी दुनिया के लाखों लोग मेडिकल की डिग्री लेकर निकलते हैं।
यूक्रेन में बेस्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी – Ukraine Best Medical Universities
- ज़ापोरिज्जिया स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी (ज़ापोरिज्ज्या शहर)
- नेशनल पिरोगोव मेमोरियल यूनिवर्सिटी (विनित्स्या शहर)
- इवानो-फ्रैंकिव्स्क नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी (इवानो-फ्रैंकिव्स्क शहर)
- Danylo Halytsky Lviv राष्ट्रीय चिकित्सा विश्वविद्यालय (Lviv शहर)
- सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी (सुमी सिटी)
- वी. एन. करज़िन खार्किव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय (खार्किव शहर)
- टेरनोपिल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी (टर्नोपिल सिटी)
- बोगोमोलेट्स नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी (कीव शहर)
- खार्किव राष्ट्रीय चिकित्सा विश्वविद्यालय (खार्किव शहर)
भारत की तुलना में यूक्रेन में शिक्षा सस्ती है – Ukraine MBBS sasta hai
दूसरी ओर, भारत में निजी विश्वविद्यालयों में शिक्षा की लागत काफी अधिक है, लेकिन चिकित्सा देखभाल की लागत करोड़ों रुपये है। वहीं, यूक्रेन में छह साल के मेडिकल स्टडीज के कोर्स की कुल लागत करीब बीस लाख रुपये है। इसके अलावा रहने और खाने का खर्चा सालाना करीब एक लाख रुपये है। आमतौर पर, यूक्रेन में चिकित्सा शिक्षा भारत की लागत से आधे से भी कम पर पूरी की जाती है।
यूक्रेन से क्यों करें एमबीबीएस की पढ़ाई? Ukraine Medical Study Hub kyo hai
यूक्रेनी सरकार और प्राइवेट ने देश में कई कॉलेज और विश्वविद्यालय खोले हैं, इसलिए छात्रों के लिए बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। इतना ही नहीं, सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज यहां हैं और उन सभी को भारत के राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और FAIMER द्वारा मान्यता दी गई है। साथ ही यहां यूएस के साथ-साथ यूके और अन्य देशों में एमबीबीएस फीस के लिए फीस की तुलना करें, वे बहुत कम हैं।
विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन और छात्रों की क्षमता के अनुसार, यूक्रेन सरकार एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों को सहायता भी प्रदान करती है। एक और बात यह है कि एमबीबीएस में दाखिले के समय यहां के विश्वविद्यालयों या अन्य संस्थानों से किसी भी तरह के डोनेशन के लिए अनुरोध नहीं किया जाता है। यहां आपको सिर्फ ट्यूशन फीस देनी होगी। साथ ही भारतीय छात्रों या अन्य अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए यहां एमबीबीएस की पढ़ाई करना आसान है क्योंकि यहां पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी है। सभी यूक्रेनी मेडिकल कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एमबीबीएस अंग्रेजी में पढ़ाया जाता है।
No Donation For Medical Study In Ukraine | Ukraine Medical Study Hub kyo hai
Main Points for Medical Study in Ukraine
- इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि सरकार यहां शिक्षा को काफी सहयोग देती है।
- यहां के विश्वविद्यालयों में ट्यूशन फीस कम है, लेकिन यहां शिक्षा का स्तर भी ऊंचा है। अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी यहां की सुविधाओं के आधार पर अलग-अलग फीस लेते हैं।
- यहां भारतीय छात्रों के लिए एमबीबीएस की औसत फीस 6 साल के कोर्स के लिए करीब 20 लाख रुपये है जो कि 28 हजार अमेरिकी डॉलर के बराबर है।
- हर 8 स्टूडेंट्स पर यहां एक 1 टीचर मौजूद हैं।
- यहां एडमिशन पाने के लिए IELTS या TOEFL जैसी किसी भी तरह की प्रवेश परीक्षा से नहीं गुजरना होता है।
- यहां हर वो स्टूडेंट् एडमिशन पा सकता है‚ जिसने 10+2 को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ भी उत्तीर्ण कर लिया हो।
- यह खाने पिने की चीजे भी अन्य यूरोप देशो के मुकाबले सस्ती है
विदेशी मेडिकल डिग्री होने पर FMGE Exam पास करना जरूरी है
यदि कोई अन्य देशों से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करता है, तो वे भारत में डायरेक्ट डॉक्टरी नहीं कर सकता है। यह पर अपनी डॉक्टरी करने के लिए उन्हें भारत में फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) देनी होगी। इसे पास करने के बाद ही आपको भारत में मेडिसिन प्रैक्टिस करने का लाइसेंस मिलता है और आप प्रैक्टिस कर सकते हैं। 300 अंकों की इस परीक्षा को पास करने के लिए 150 अंत पास होने के लिए काफी है ।
सवाल जवाब (FAQ)
6 साल
अन्य देशो के मुकाबले यूक्रेन में मेडिकल स्टडी करने के खर्चा बहुत काम है । यह पर लगभग इंडिया के हिसाब से 20-25 लाख एक वर्ष का खर्चा आता है ।
छात्र बोगोमोलेट्स नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी (बीएनएमयू), यूक्रेन में 6-वर्षीय अंडरग्रेजुएट मेडिसिन प्रोग्राम का अध्ययन करते हैं। बीएनएमयू स्नातक चिकित्सा कार्यक्रम पूरी तरह से अंग्रेजी में पढ़ाया जाता है और यह स्थापित विश्वविद्यालय एक अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान है।
हाँ, यूक्रेनी चिकित्सा विश्वविद्यालयों से एमडी (एमबीबीएस) की डिग्री दुनिया भर में मान्य है। हर साल सैकड़ों छात्र मेडिसिन कोर्स के लिए यूक्रेन को चुनते हैं। यूक्रेन एमबीबीएस भारत में वैध है जब छात्र भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) द्वारा आयोजित स्क्रीनिंग टेस्ट में अर्हता प्राप्त करता है।
कुछ छात्रों को यूक्रेन की ठंडी जलवायु या मौसम के अनुकूल होने में कठिनाई होती है। लगभग 3-4 महीनों तक तापमान 0° से नीचे रहेगा। हालांकि, तापमान 0° से कम होने पर भी, छात्रों को किसी भवन/कार/बस के अंदर होने पर कोई समस्या नहीं होगी।
या तो भारत में एमबीबीएस या विदेश से एमबीबीएस के लिए, मेडिकल उम्मीदवारों को नीट परीक्षा पास करनी होगी। यूक्रेन में शीर्ष चिकित्सा विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए, छात्रों को नीट पास करना होगा। नीट पास करने से यूक्रेन के शीर्ष मेडिकल विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया आसान हो जाती है।
निष्कर्ष
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको पता चल गया होगा के आखिर Ukraine Medical Study Hub kyo hai? भारतीय स्टूडेंट Ukraine me MBBS krne के लिए क्यों जाते है ? Ukraine medical fees kitna hai ? Best Ukraine medical collages ? Ukraine भारतीय स्टूडेंट की स्थिति क्या है? आदि क्या है । आप अपने सवाल और सुझाव निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे । धन्यावाद।
यह भी पढ़े :-
- Car Modification Rules in India | RTO Permission for Car Modification
- Toll Tax क्यों लगता है ? Toll Plaza Kya Hai | Toll Plaza Rules in Hindi – Toll Tax vs Road Tax
- संपत्ति ही नहीं गुजरा भत्ता का भी हक़ है, जानें विधवा महिलाओं के अधिकार | Widow Rights in Husband’s Property in Hindi
- कौन किसको कैसे बेदखल कर सकते है ? बेदखल करने से जुड़े आपके सवालों क़े जवाब | Evicted Rules in Hindi
- पुलिस से बचने के लिए बेटे को संपत्ति से बेदखल कैसे करे ? Bedakhal Rules In India 2022

सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
धन्यवाद। About Us