भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 2020 में, भारत ने 324.5 टन सोने का आयात किया, जो वैश्विक सोने के आयात का 25% है।
भारत में सोने की मांग सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के साथ-साथ बढ़ते मध्यम वर्ग द्वारा संचालित है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 2020 में, भारत में गहनों की मांग 315.9 टन सोने की मांग थी, जबकि निवेश की मांग 130.5 टन थी।
भारत सोने का एक महत्वपूर्ण उत्पादक है, लेकिन यह अपनी मांग को पूरा करने के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर करता है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, 2020 में, भारत ने 17.7 टन सोने का उत्पादन किया।
अन्य प्रमुख सोने के बाजारों की तुलना में, भारतीय बाजार में गहनों की मांग का अनुपात अधिक है और निवेश मांग का अनुपात कम है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 2020 में, वैश्विक स्तर पर 45% की तुलना में, भारत में सोने की कुल मांग का 66% आभूषण की मांग थी।
भारतीय सोने के बाजार पर दुनिया भर के निवेशकों और विश्लेषकों की कड़ी नजर है, क्योंकि यह वैश्विक सोने के बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में सोने की कीमत अमेरिकी डॉलर, ब्याज दरों और भू-राजनीतिक तनाव जैसे वैश्विक कारकों से प्रभावित होती है।
भारतीय सोने के बाजार पर दुनिया भर के निवेशकों और विश्लेषकों की कड़ी नजर है, क्योंकि यह वैश्विक सोने के बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में सोने की कीमत अमेरिकी डॉलर, ब्याज दरों और भू-राजनीतिक तनाव जैसे वैश्विक कारकों से प्रभावित होती है।
भारत के सोने के बाजार का एक लंबा इतिहास रहा है और यह देश की संस्कृति और परंपराओं में गहराई से जुड़ा हुआ है। सोना भारत में धन, शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, और यह शादियों और अन्य समारोहों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।