Z Plus security kya hoti hai | Z Plus सिक्योरिटी क्या है | What is Z Plus security in hindi | Z प्लस सिक्योरिटी क्यों होती है खास? देश में कितने लोगों को दी जा रही Z+ सुरक्षा? कैसी होती है जेड प्लस सुरक्षा | जेड प्लस सिक्योरिटी कैसे मिलती है
हेलो दोस्तों, भारत में रहने वाले वीआईपी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार के पास होती है। जैसे के हमने पिछले आर्टिकल में बताया था के सुरक्षा केटेगरी के हिसाब से दी जाती है। ऐसे में भारत में केंद्रीय मंत्री, हाई कोर्ट के जज, सुप्रीम कोर्ट के जज और बड़े-बड़े सेलिब्रिटी स्टारों को सरकार की तरफ से जेड प्लस की सिक्योरिटी दी जाती है। हाल के दिनों में जब कुमार विश्वास ने खालिसानी समर्थकों के बारे में जब एक बयान दिया तब कुछ लोगों ने उन्हें धमकी दी कि अगर वह इसी प्रकार का बयान देते रहे तो उन को जान से मार दिया जाएगा, इसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी दी। ऐसे में दोस्तों आपके मन में सवाल जरूर आता होगा कि आखिर में z+ सिक्योरिटी होता क्या है और इसके अंतर्गत आपको किस प्रकार की सुरक्षा सरकार के द्वारा दी जाती है। अगर आप किसके बारे में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि पोस्ट को आगे तक पढ़े आइए जाने-
जेड प्लस सिक्योरिटी भारत का सबसे ऊंचा स्तर का सुरक्षा कवच होता है। जिसके द्वारा भारत के सभी अहम पदों पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सुरक्षा की जाती है इसके अलावा जो भारत के मशहूर अभिनेता और सेलिब्रिटी स्टार होते हैं। जिनके जान को खतरा होता है उनको इस प्रकार की सिक्योरिटी सरकार के द्वारा मुहैया करवाई जाती है ताकि उनके जान को अगर किसी प्रकार का खतरा हो तो उसे टाला जा सके।
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जब किसी व्यक्ति को जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है तब व्यक्ति अगर कहीं भी जाता है तो उसके साथ सभी सुरक्षा बल घेरा बनाकर जाएंगे और उसके चारों दिशाओं में नजर रखेंगे। इसके अलावा जो घेरा उनके द्वारा बनाया जाता है उनमें किसी भी दूसरे व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाता है। किसी प्रकार का खतरा उत्पन्न होने पर वह उसका मुकाबला काफी साहस के साथ करते हैं और अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की जान को बचाते हैं।
जेड प्लस सिक्योरिटी लेने के लिए व्यक्ति को गृह मंत्रालय के पास आवेदन करना पड़ता है। उसके बाद गृह मंत्रालय के अधिकारी आपके द्वारा भेजे गए आवेदन पत्र का वेरिफिकेशन करेंगे कि आपको किस प्रकार का खतरा है और खतरे के आधार पर ही इस बात का ध्यान होगा कि आपको जेड प्लस सिक्योरिटी दी जाएगी या नहीं। इसके इलावा अगर आवेदन करता की जान को खतरा है पर उतना नहीं के Z Plus Security दी जाए तो गृह मंत्रालय अन्य केटेगरी की सिक्योरिटी दे देते है ।
Z Plus security kya hoti hai यह तो जान लिया पर मिलती किसको है ? जेड प्लस सिक्योरिटी देश के केंद्रीय मंत्रियो, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इत्यादि को दिया जाता है। इसके अलावा भारत में कुछ विशेष प्रकार के लोगों को भी जेड प्लस सिक्योरिटी दी जाती है जिसका विवरण में आपको नीचे दे रहा हूं जो इस प्रकार है-
जेड प्लस सिक्योरिटी में जो अधिकारी शामिल होते हैं उनके पास निम्नलिखित प्रकार के हथियार होते हैं जिसका विवरण में आपको नीचे बिंदु अनुसार दूंगा जो इस प्रकार है
इन सभी हथियारों का इस्तेमाल कैसे करना है उसके लिए उन्हें विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि इन हथियारों का इस्तेमाल हुआ मौके वारदात पर अच्छी तरह से कर सके।
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Z+ सिक्योरिटी काफी महंगी होती है सरकार को साल में तीन सौ करोड़ पर इस पर खर्च करने होते हैं, तब जाकर इस प्रकार के सिक्योरिटी बड़े-बड़े राजनेता और महत्वपूर्ण व्यक्तियों को मिल पाता है। जेड प्लस सुरक्षा के लिए 20 लाख Per Person हर महीने खर्च होते है।
आमतौर पर देखा जाता है कि जब कोई व्यक्ति देश के हित के लिए अच्छा काम कर रहा है। तो उसके अनेकों प्रकार के दुश्मन पैदा हो जाते हैं और ऐसे में वह व्यक्ति अपने काम को अच्छी तरह से नहीं कर पाता है। इसके पीछे की वजह है कि उसे इस बात का भय होता है कि उसे कोई भी मार सकता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को जेड प्लस सिक्योरिटी मिल रही है तो उसके मन में कोई भय नहीं रहेगा अपना कर्तव्य देश के लिए अच्छी तरह से निभा पाएगा।
दूसरे सिक्योरिटी सुरक्षा के मामले में जेड प्लस सिक्योरिटी काफी सुरक्षित और उच्च स्तर की सुरक्षा मानी जाती है। इस प्रकार के सुरक्षा कवच में कोई भी व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगा कोई भी व्यक्ति जिसे जेड प्लस सिक्योरिटी प्राप्त है। उसके ऊपर हमला करने में उसे काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ेगा और अगर वो ऐसा कोशिश करता है तू जेड प्लस सिक्योरिटी में तैनात कमांडो उसे चंद मिनटों के अंदर उसे मार गिरा देंगे।
यह सुरक्षा बहुत ही वीआईपी लोगों को दी जाती है। इस वर्ग के सुरक्षा दस्ते में 36 जवान शामिल होते हैं। इसमें 10 से ज्यादा NSG कमांड हैं। इनके अलावा आईटीबीपी, सीआरपीएफ, दिल्ली पुलिस और राज्य पुलिस के जवान शामिल होते हैं।
Z+ श्रेणी की सुरक्षा देश में सबसे बड़ी है। इसके तहत 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इसमें एनएसजी, एसपीजी, आईटीबीपी और सीआरपीएफ कमांड शामिल होते हैं।
Z Plus Security
Z Plus Security
विज्ञान, अर्थशास्त्र, सोशल मीडिया, चिकित्सा क्षेत्र, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, भारत रत्न और अन्य महत्वपूर्ण विजेताओं, सम्मानित लोगों और विभिन्न क्षेत्रों के मशहूर हस्तियों को वीआईपी श्रेणी में रखा जाता है।
Z Plus Security के लिए 20 लाख Per Person हर महीने खर्च होते है।
हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको देश के बड़े बड़े VIP लोगो की मिलने वाली Z Plus security kya hoti hai ? Z PLUS Security पर कितना खर्चा आता है ? कौन कौन से लोग Z Plus Security की मांग सर्कार से कर सकते है ? जेड सिक्योरिटी में कितने जवान और हथियार होते है ? आदि के बारे में विस्तार से बताया है । अगर आपका कोई अन्य सवाल या सुझाव है तो आप निचे कमेंट कर सकते है। हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे। धन्यावाद।
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